पूर्व विधायक राजीव रंजन ने की मांग: महादलित रामकृष्ण के हत्यारों पर हो जल्द कार्रवाई, नहीं तो होगा नालंदा बंद

पूर्व विधायक राजीव रंजन ने की मांग: महादलित रामकृष्ण के हत्यारों पर हो जल्द कार्रवाई, नहीं तो होगा नालंदा बंद

NALANDA: महादलित समाज से आने वाले रामकृष्ण रविदास की हत्यारों पर अब तक कार्रवाई नहीं होने से गुस्साएं बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष व इस्लामपुर के पूर्व विधायक राजीव रंजन ने महागठबंधन की सरकार पर जमकर हमला बोला है। कहा कि दिनदहाड़े अपहण के बाद रामकृष्ण रविदास की निर्मम हत्या कर दी गयी लेकिन इस हत्याकांड के आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। राजीव रंजन ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की है।


सिलाव के सिकंदरा गांव निवासी और महादलित समुदाय से आने वाले रामकृष्ण रविदास की हत्या करने वाले शराब माफियाओं पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व इस्लामपुर के पूर्व विधायक राजीव रंजन ने इसे शराब माफियाओं व पुलिसिया गठजोड़ का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा कि रामकृष्ण रविदास के दिनदहाड़े अपहरण और निर्मम हत्या के इतने दिन हो गये हैं लेकिन पुलिस प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है।


उन्होंने कहा कि घटना के प्रारंभ से ही पुलिस का रवैया संदिग्ध रहा है. ग्रामीणों की माने तो इलाके में पुलिस का हाथ शराब माफियाओं के साथ है. उन्हीं की शह पर शराब माफियाओं का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि महादलित रामकृष्ण की निर्मम हत्या करने के बाद अब वह उनकी नाबालिग बेटी को अगवा कर बलात्कार करने तथा गायब कर देने की धमकी दे रहे हैं. इस घटना से इलाके के सभी महादलित परिवारों में खौफ़ का माहौल है. पुलिस की उदासीनता से अब ऐसा प्रतीत होने लगा है कि उन पर इस मामले में कोई कारवाई नहीं करने के लिए किसी ‘बड़ी हस्ती’ का दबाव पड़ रहा है।


जिले को शराब माफियाओं का गढ़ बताते हुए उन्होंने कहा कि लोग बताते हैं कि जिले का ऐसा कोई कोना या गली नहीं बची है जहां अवैध शराब की बिक्री नहीं हो रही हो. ग्रामीणों के मुताबिक कई इलाकों में अवैध शराब का निर्माण होता है और साथ ही बाहर से भी माल उतारा जाता. ऐसे में पुलिस प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठना स्वाभाविक है।


उन्होंने कहा कि भला ऐसे कैसे हो सकता है कि जो बात इलाके बच्चे-बच्चे को पता है वह पुलिस को नहीं मालूम हो? या तो उनका ख़ुफ़िया तंत्र फेल है या शराब माफियाओं के डर और राजनीतिक दबाव के कारण वह कुछ करना नहीं चाहते. बहरहाल सरकार यह जान लें कि भाजपा पिछड़े-अतिपिछड़ों और महादलित समुदाय के साथ अडिगता से खड़ी है. यदि अगले कुछ दिनों में रामकृष्ण के हत्यारों के खिलाफ अविलंब कारवाई नहीं हुई और रामकृष्ण के परिवार को सुरक्षा नहीं दी गयी तो इसके विरोध में पूरा नालंदा बंद रखा जाएगा।