KHAGARIA: करीब तीन साल पहले मंदिर में शादी करने के बाद खगड़िया में एक पति ने पत्नी और बच्चे तक को पहचानने से इनकार कर दिया। जब दो साल के बच्चे के साथ वह ससुराल गई तब पति और उसके परिवारवालों ने उसे भद्दी भद्दी गालियां दी और घर से भगा दिया। जिसके बाद पीड़िता खगड़िया के पसराहा थाने पहुंची लेकिन उसे महिला थाने में जाने की सलाह दी गयी। अब पीड़िता न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खा रही है।
पीड़िता का ससुराल पसराहा थाना क्षेत्र के पुनौर गांव में हैं। वही मायके बेगूसराय के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के छोटी सांक गांव में हैं। पीड़िता रतिलाल शर्मा की 22 वर्षीय पुत्री रवीना कुमारी है। जबकि पति का नाम मुन्ना कुमार है। पीड़िता ने बताया कि सरस्वती पूजा मेला में 3 साल पहले उसकी मुलाकात मुन्ना से हुई थी। फिर दोनों में दोस्ती हुई और वह दोस्ती प्यार में बदल गई। इसके बाद दोनों ने शादी करने का फैसला लिया। इस दौरान दोनों लगातार मिलते जुलते रहे और दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी बने।
फिर जब वह पैग्नेंट हो गई तो मुन्ना ने मंदिर में रवीना के शादी कर ली। 5 मई 2019 को बेगूसराय के कर्पूरी स्थान स्थित शिव मंदिर में दोनों की शादी हुई। उसके बाद काफी दिनों तक दोनों साथ रहे। कुछ दिन बाद पति अपने घर लौट गया लेकिन इसी दौरान भी फोन पर बातचीत होती रही। पीड़िता ने बताया कि पति को जब भी वह ससुराल ले चलने की बात कहती थी वह तरह-तरह का बहानेबाजी किया करता था। वह अक्सर यह कहता था कि उसके बड़े भाई की शादी होने के बाद वह अपने घर उसे लेकर जाएगा।
पीड़िता ने बताया कि बेगूसराय के जिस गांव में उसका मायके है उसी गांव में मुन्ना कुमार की मौसी का घर भी है। जहां रहकर वह पढ़ाई करता था। जब हम-दोनों के प्रेम-प्रसंग की जानकारी मुन्ना की मौसी और उसके परिवार और मेरे मायके वालों को हुई तो हम दोनों ने शादी कर ली। लेकिन अब वह शादी से मुकर रहा है यही नहीं अपने बेटे को भी पहचानने से इनकार कर रहा है।
वही पसराहा थाना प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि युवती अपनी मां के साथ शिकायत लेकर आई थी, मगर उन्हें महिला थाना भेज दिया गया है। चूंकि मामला शादी विवाह और शोषण से जुड़ा हुआ है। इसलिए महिला थाना जाना ही ज्यादा उचित है। पीड़िता जब पसराहा थाना पहुंची तब उसे अपने जिले के महिला थाने में शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी गयी। जबकि बेगूसराय थाना पुलिस ने खगड़िया स्थित ससुराल क्षेत्र के थाना से संपर्क करने की सलाही दी। पीड़िता अब न्याय के लिए दर दर की ठोकरे खाने को विवश है।