DELHI: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का अंतिम संस्कार दिल्ली के लोधी रोड श्मशान में राजकीय सम्मान के साथ किया गया. अंतिम संस्कार के दौरान उनके रिश्तेदार और परिजन ही सिर्फ शामिल हुए. कोरोना प्रोटोकॉल के तहत उनका अंतिम संस्कार किया गया है. इस दौरान सभी लोग पीपीई कीट पहने हुए थे. उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने अंतिम क्रियाएं पूरी की. कोरोना के कारण अधिक लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं थी.
राष्टपति और पीएम ने दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई नेताओं ने उनके आवास पर जाकर श्रद्धांजलि दी. लोगों के दर्शन के लिए आर्मी हॉस्पिटल से पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का पार्थिव शरीर उनके 10 राजाजी मार्ग स्थित सरकारी आवास पर लाया गया था. पूर्व राष्ट्रपति के निधन के बाद सम्मान में केंद्र सरकार ने 7 दिन का राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है. पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने भी 1 सितंबर को राज्य में शोक घोषित किया है. सभी सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे. राज्य पुलिस दिवस समारोह भी 2 सितंबर के लिए स्थगित कर दिया गया है.
कल शाम हुआ निधन
भारत के सर्वाधिक सम्मानित राजनेताओं में एक पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार की शाम निधन हो गया. वह 84 साल के थे. मुखर्जी को 10 अगस्त को सेना के रिसर्च एंड रेफ्रल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. उसी दिन उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी. हॉस्पिटल में भर्ती कराये जाने के समय वह कोविड-19 से संक्रमित पाये गए थे. साथ ही उनके फेफड़ों के संक्रमण का भी इलाज किया जा रहा था. उनके परिवार में दो पुत्र और एक पुत्री हैं. लंबे समय तक कांग्रेस के नेता रहे मुखर्जी सात बार सांसद रहे.