PATNA: जातीय जनगणना को लेकर सोमवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पटना पहुंचे। पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश हित में जातीय जनगणना जरूरी है इसलिए जातिगत जनगणना एक बार होनी चाहिए। लेकिन अब यह फैसला केंद्र सरकार को लेनी हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जातिगत जनगणना को लेकर पीएम मोदी से मिलने का आग्रह किया था। जिसके बाद कल यानी सोमवार सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री ने मिलने का समय दिया था। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ पौन घंटे तक बातचीत हुई। इस दौरान सभी ने अपनी-अपनी बातें रखी। प्रधानमंत्री ने सभी की बातों को ध्यानपूर्वक सुना। इस दौरान सीएम नीतीश ने भी अपनी बातें रखी थी। उन्होंने भी कहा था कि जातीय आधारित जनगणना होनी चाहिए। यह लोगों के हित में है।
दिल्ली से पटना लौटने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अब यह फैसला केंद्र सरकार को ही लेनी है। हमने तो उनके समक्ष पूरी बातें रख दी है। सोमवार को विस्तृत तौर पर जातीय जनगणना पर बातचीत हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि जातीय जनगणना सभी के लिए उचित है और देश के हित में है। इसकी मांग हम शुरू से करते रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि अंग्रेजों के जमाने में सन् 1931 में ही जातीय जनगणना हुई थी। उसी के आधार पर सब कुछ मान कर आज भी हम चल रहे हैं जो सही नहीं है। इसलिए एक बार फिर से जातीय जनगणना कर ली जानी चाहिए।
सीएम नीतीश ने कहा कि पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान सभी प्रतिनिधियों ने भी अपनी-अपनी बातें रखी। सभी की बातों को प्रधानमंत्री गौर से सुनें। जातीय जनगणना देशभर में होनी चाहिए सब लोगों की भी इच्छा है। इसे लेकर पार्टियों के बीच किसी तरह का मतभेद नहीं है। सभी पार्टियां भी चाहती है कि एक बार जातिगत जनगणना करा ही लिया जाए। अब इस पर फैसला केंद्र सरकार को लेनी है। उम्मीद हैं कि इस पर प्रधानमंत्री जरूर गौर करेंगे।
गौरतलब है कि सोमवार यानी कल दिल्ली में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की सभी पार्टियों के नेताओं ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर जातिगत जनगणना की मांग की थी। प्रधानमंत्री से मिलने गये प्रतिनिधिमंडल में 10 पार्टियों के 11 नेता शामिल थे। सब को बारी-बारी से बोलने का मौका दिया गया। शुरूआत नीतीश कुमार ने की।
सीएम नीतीश ने सबसे पहले यह बताया था कि प्रधानमंत्री से मिलने क्यों आये हैं? नीतीश कुमार ने बताया कि बिहार में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने यह प्रस्ताव दिया था कि प्रधानमंत्री से मिलकर जातिगत जनगणना कराने की मांग करनी चाहिये। उनके प्रस्ताव पर सभी सहमत थे। लिहाजा उन्होंने पहल की औऱ प्रधानमंत्री से मिलने का टाइम मांगा। प्रधानमंत्री ने मिलने का समय भी दिया। जिसके बाद सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल से प्रधानमंत्री की मुलाकात हुई और इस दौरान जातीय जनगणना पर बातचीत हुई।