पोल खुलते ही मीडिया कर्मियों पर भड़क गये DEO अश्विनी कुमार, पत्रकारों से की बदतमीजी और मोबाइल भी छीना

पोल खुलते ही मीडिया कर्मियों पर भड़क गये DEO अश्विनी कुमार, पत्रकारों से की बदतमीजी और मोबाइल भी छीना

MUNGER: बिहार में सुशासन की सरकार है और इस सुशासन की सरकार में बेलगाम अधिकारी हैं। ऐसा इसलिए हम कह रहे हैं कि जब इन अधिकारियों को सच्चाई से अवगत कराया जाता है तो ये भड़क जाते हैं और अजीबो-गरीब हरकत करने लगते हैं। मुंगेर की ही बात कर लीजिए यहां के जिला शिक्षा पदाधिकारी अश्विनी कुमार से जब मीडिया कर्मियों ने सवाल किया तो वो उल्टे पत्रकारों पर ही भड़क गये। शायद ऐसा उन्होंने इसलिए किया कि उनकी पोल खुल गई थी इसलिए मीडिया के सवाल पर भड़के जिला शिक्षा पदाधिकारी अश्विनी कुमार ने पत्रकारों के साथ बतमीजी की और कवरेज के दौरान मोबाईल भी छीन लिया। मोबाइल छीनने के बाद इसे तोड़ने की धमकी देने लगे। ऐसा लग रहा था कि इन्हें सबसे ज्यादा तकलीफ मीडिया से ही है। 


सुशासन की सरकार में बेलगाम हो चुके अधिकारी का जीता जागता मिसाल मुंगेर में देखने को मिला है। दरअसल मामला टेटिया बंबर प्रखंड के स्थित जगन्नाथ प्लस टू उच्च विद्यालय का है जहां  सोमवार को 11 वीं और 12 वीं की परीक्षा हो रही थी। जिसमें छात्र छात्राएं बरामदे और छत पर बैठकर परीक्षा दे रहे थे। जिसका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसी मामले को लेकर जब जिला शिक्षा पदाधिकारी अश्विनी कुमार से मीडिया कर्मी ने सवाल किया तो वे भड़क गये कहने लगे कि आप लोग चैंबर में कैसे आ गए? जिसके बाद कुर्सी छोड़कर मिडिया कर्मियों को बाहर किया। 


वही जब मिडिया कर्मियों ने कहा की सवाल पूछने आये है तो डीईओ साहब कहने लगे की पत्रकारों को मुझसे मिलने का परमिशन नहीं है। जिसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मिडिया कर्मी का मोबाईल छीन लिया और कर्मचारियों से कहा डंडे मारकर भगाओ और मोबाईल जब्त कर लो। वही जब पत्रकार अडिग हुए उसके बाद वो अपने चैंबर में भाग गए जिसके थोड़ी देर बाद उनके स्टाफ ने मीडिया कर्मी को मोबाईल दे दी। वही इस मामले को लेकर जब जिलाधिकारी नवीन कुमार से बात की तो उन्होंने कहा की जिला शिक्षा पदाधिकारी के कुशल व्यवहार नहीं होने को लेकर सरकार को पत्र भेजा गया है। 


बता दें कि मुंगेर में अलग-अलग जगहों से दो वीडियो और फोटोग्राफ्स वायरल हो रहा है जिसमें एक वीडियो टेटिया बंबर स्थित जगन्नाथ प्लस टू उच्च विद्यालय की है जहां 11वीं और 12वीं की परीक्षा दे रहे छात्र -छात्राओं का वीडियो है। इसमें देखा जा सकता है कि कैसे विद्यालय के छत पर खुले आसमान के नीचे फर्श पर बैठकर छात्र-छात्राएं परीक्षा दे रहे हैं। तो कई परीक्षार्थी बरामदे के फर्श पर बैठक परीक्षा दे रहे हैं। वायरल वीडियो सोमवार का है जो जगन्नाथ प्लस टू उच्च विद्यालय का है जिसमें 11वीं में जहां 232 छात्र नामांकित हैं वही 12वीं में 216 छात्र हैं। सोमवार को विज्ञान विषय में जहां भौतिक एवं रसायन शास्त्र की परीक्षा हो रही थी। वहीं आर्ट्स में राजनीतिक शास्त्र एवं दर्शनशास्त्र का परीक्षा संचालित की जा रही थी। विद्यालय में कुल 9 कमरे हैं वहीं शिक्षकों की संख्या 6 है।


वही दूसरी तस्वीर मुंगेर विश्वविद्यालय अंतर्गत आरएस कॉलेज तारापुर में स्नातक पार्ट वन और पार्ट टू की हो रही परीक्षा की। परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था सही नही होने के कारण परीक्षार्थी प्लास्टिक के खाने की टेबल और कुर्सी पर परीक्षा दे रहे हैं तो कई परीक्षार्थी कॉलेज के छत पर परीक्षा दे रहे थे वही कॉलेज प्रिंसपल ने पूरी परीक्षा की जिमेवारी एनसीसी के कैडेट्स को दे रखी थी। एनसीसी के कैडेट्स को परीक्षा केंद्र का वीक्षक बनाया गया था। परीक्षा केंद्र की इस बदत्तर स्थिति के बारे में ही सवाल करने के लिए मीडिया कर्मी मुंगेर डीईओ अश्विनी कुमार के पास गई थी लेकिन पोल खुलता देख वो हत्थे से उखड़ गये और अजीबो-गरीब हरकत करने लगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी के मीडिया कर्मियों के साथ उचित व्यवहार नहीं किया गया है। इसे लेकर मुंगेर डीएम ने सरकार को पत्र भेजा है। अब देखने वाली बात होगी कि ऐसा पदाधिकारी के खिलाफ सरकार क्या कार्रवाई करती है।

मुंगेर से मो. इम्तियाज खान की रिपोर्ट..