PATNA: खबर पटना से आ रही है जहां मेडिकल छात्रों पर बड़ी कार्रवाई की गयी है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर पीएमसीएच के प्रिसिंपल ने कार्रवाई की है। पीएमसीएच में पहली बार इतना बड़ा एक्शन लिया गया है।
प्राचार्य ने पीएमसीएच के 180 मेडिकल स्टूडेंट को सस्पेंड कर दिया है। अब 15 दिनों तक स्टूडेंट क्लास में शामिल नहीं हो पाएंगे। ओपीडी सेवा बाधित करने के आरोप में स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर पीएमसीएच प्रिसिंपल ने यह कार्रवाई की है।
प्रिंसिपल डॉ. विद्यापति चौधरी ने बताया कि बार-बार ओपीडी बंद कराना मनमानी का काम है। इससे व्यवस्था बाधित हो रही है जिससे मरीज परेशान हो रहे हैं। PMCH प्रशासन की तरफ से MBBS के 180 फर्स्ट ईयर स्टूडेंट्स को जो अब सेकेंड इयर में हैं। उन्हें 15 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है।
अब वह न तो क्लास कर सकते हैं और न ही हॉस्टल में रह सकते हैं। अब 15 दिन बाद 180 स्टूडेंट्स को एक शपथ पत्र लेकर आना होगा। जिसमें यह कहा जाए कि भविष्य में ऐसी गलती नहीं की जाएगी। स्टूडेंट्स को अपने गार्जियन को भी लाना होगा और उनके सामने यह कहना होगा कि अब ऐसी गलती नहीं होगी।
इसके बाद ही स्टूडेंट्स को क्लास और हॉस्टल में एंट्री मिल पाएगी। पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्राचार्य डॉ विद्यापति चौधरी ने इस संबंध में पटना DM के साथ स्वास्थ्य विभाग को भी लिखित सूचना दे दी है।
एक ओर बिहार वायरल बुखार से परेशान है। वही कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर पहले से ही लोग दहशत में हैं। वही अब बच्चों में बुखार को लेकर लोग परेशान है। अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ी है जहां बेड भी कम पड़ रहे हैं। ऐसे में मेडिकल स्टूडेंट द्वारा हड़ताल कर मरीजों के इलाज में बाधा डाला गया।
जिससे पीएमसीएच की ओपीडी सेवा भी प्रभावित हो रही है। इस दौरान 500 से अधिक मरीजों का इलाज प्रभावित हुआ है। मेडिकल स्टूडेंट की हड़ताल के कारण मरीजों का इलाज नहीं हो पाया। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर पीएमसीएच प्राचार्य ने यह एक्शन लिया।