PM मोदी बोले.. भारत आतंक के आकाओं को घर में घुसकर मारता है, देश के हितों के साथ नहीं हो सकता समझौता

 PM मोदी बोले.. भारत आतंक के आकाओं को घर में घुसकर मारता है, देश के हितों के साथ नहीं हो सकता समझौता

DESK: पीएम मोदी ने जैसलमेर बॉर्डर के लोंगेवाला चौकी पर देश के जवानों के साथ दिवाली मनाई. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जब भी जरूरत पड़ी है भारत ने दुनिया को दिखाया है कि उसके पास ताकत भी है और सही जवाब देने की राजनीतिक इच्छाशक्ति भी है. आज भारत आतंक के आकाओं को घर में घुसकर मारता है, आज दुनिया ये समझ रही है कि ये देश अपने हितों से किसी भी कीमत पर रत्ती भर भी समझौता करने वाला नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि जवानों से कहा कि आप भले बर्फीली पहाड़ियों पर रहें या फिर रेगिस्तान में, मेरी दीवाली तो आपके बीच आकर ही पूरी होती है. आपके चेहरों की रौनक देखता हूं और आपके चेहरे की खुशिया देखता हूं तो मुझे भी दोगुनी खुशी होती है. 

आपकी वीरता पड़ती है भारी

पीएम मोदी ने कहा कि हिमालय की बुलंदियां हों, रेगिस्तान का विस्तार हो, घने जंगल हों या फिर समंदर की गहराई हो, हर चुनौती पर हमेशा आपकी वीरता भारी पड़ी है. दुनिया की कोई भी ताकत हमारे वीर जवानों को देश की सीमा की सुरक्षा करने से रोक नहीं सकती है. आपके इसी शौर्य को नमन करते हुये आज भारत के 130 करोड़ देशवासी आपके साथ मजबूती से खड़े हैं. आज हर भारतवासी को अपने सैनिकों की ताकत और शौर्य पर गर्व है. उन्हें आपकी अजेयता पर, आपकी अपराजेयता पर गर्व है. दुनिया का इतिहास हमें ये बताता है कि केवल वही राष्ट्र सुरक्षित रहे हैं, वही राष्ट्र आगे बढ़े हैं जिनके भीतर आक्रांताओं का मुकाबला करने की क्षमता थी.

देश में बनेंगे हथियार

पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया ये जान रही है, समझ रही है कि ये देश अपने हितों से किसी भी कीमत पर रत्ती भर भी समझौता करने वाला नहीं है. भारत का ये रुतबा, ये कद आपकी शक्ति और आपके पराक्रम के ही कारण है. आपने देश को सुरक्षित किया हुआ है इसीलिए आज भारत वैश्विक मंचों पर प्रखरता से अपनी बात रखता है. हाल ही में हमारी सेनाओं ने निर्णय लिया है कि वो 100 से ज्यादा हथियारों और साजो-सामान को विदेश से नहीं मंगवाएगी. मैं सेनाओं को इस फैसले के लिए बधाई देता हूं. सेना के इस फैसले से देशवासियों को भी लोकल के लिए वोकल होने की प्रेरणा मिली है. मैं आज देश के नौजवानों से देश की सेनाओं के लिए निर्माण करने का आह्वान करता हूं. हाल के दिनों में अनेक स्टार्ट्स-अप्स सेनाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए आगे आए हैं। डिफेंस सेक्टर में नौजवानों के नए स्टार्ट-अप्स देश को आत्मनिर्भरता के मामले में और तेजी से आगे ले जाएंगे.