DELHI : पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पहली बार मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माघी पूर्णिमा से लेकर संत रविदास तक की चर्चा अपने मन की बात कार्यक्रम में की. लेकिन प्रधानमंत्री तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के बीच तमिल भाषा को लेकर अपने अंदर का अफसोस जाहिर कर गए.
मन की बात कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्हें इस बात का हमेशा मलाल रहेगा कि वह दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा तमिल बहुत प्रयास करने के बावजूद नहीं सीख पाए. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनके अंदर यह कमी है कि वह तमिल भाषा को नहीं सीख पाए. तमिल को एक सुंदर भाषा बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह दुनिया भर में लोकप्रिय है. बहुत से लोगों ने मुझे तमिल साहित्य की क्वालिटी और उसमें लिखी गई कविताओं की गहराई के बारे में जानकारी दी है.
तमिल भाषा को लेकर प्रधानमंत्री की तरफ से कही गई बात को तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव के बीच परीक्षाओं के मौसम पर भी अपनी बात रखी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों और छात्राओं को याद रखना होगा कि उन्हें वॉरियर बनना है ना कि वरियर. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि परीक्षा हंसते हुए देने जाना है और मुस्कुराते हुए वापस लौटना है. पीएम मोदी ने छात्रों को संदेश दिया कि उनकी स्पर्धा खुद से है ना की किसी और से.