DESK : देश में अभी चुनावों बयानबाजी का सिलसिला चल पड़ा है। अगले साल लोकसभा के चुनाव होने हैं, उससे पहले कर्नाटक में कुछ दिनों से अंदर विधानसभा चुनाव है और इस चुनाव को लेकर देश भर की राजनीति गर्म हो गयी है। इसकी वजह है कि इस चुनाव प्रचार के दौरान विपक्षी नेताओं के तरफ से बजरंग दल को बैन करने की मांग के बाद पीएम मोदी के तरफ से एक सभा में जय बजरंगबली का जयकारा लगवाना। इसी कड़ी में अब एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की भी एंट्री को गयी है। उन्होंने आते ही बड़ा हमला किया है। ओबीसी ने कहा है कि - जैसे पीएम मोदी ने लोगों से कहा कि वोट डालते वक्त जय बजरगंबली कहें, उसी तरह अगर मैं यहां खड़ा होकर आपसे कहूं कि वोट डालते वक्त अल्लाह हू अकबर कहिए तो ...
दरअसल, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बजरंगबली के मामले में जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि - पीएम मोदी ने कर्नाटक के लोगों से कहा कि वोट डालते वक्त जय बजरगंबली कहें, जबकि डीके शिवकुमार ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वह कर्नाटक में और बजरंगबली के मंदिर बनवाएगी. लेकिन, अगर मैं यहां खड़ा होकर आपसे कहूं कि वोट डालते वक्त अल्लाह हू अकबर कहिए तो मीडिया मेरी आलोचना करने लगेगा और केंद्र सरकार न जानें मेरे साथ क्या कुछ कर दे।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, आखिर ये किस तरह का सेक्युलरिज्म है? अगर मैं यहां खड़ा होकर आपसे कहूं कि वोट डालते वक्त 'अल्लाह हू अकबर' कहिए, तो मीडिया मेरी आलोचना करने लगेगा और सरकार भी न जानें मुझपर क्या कुछ आरोप लगाए। लेकिन, पीएम मोदी और कांग्रेस के लोग जो बातें कह रहे हैं उनके ऊपर तो कोई भी एक्शन नहीं होता है।
मालूम हो कि. कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है और 13 मई को मतगणना होगी। इस विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस समेत तमाम सियासी पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक रही हैं। इस बीच, कर्नाटक की राजनीति में बजरंगबली का प्रवेश हो गया है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी सभा में बजरंगबली के नारे लगाने के साथ ही वोट डालते वक्त बजरंगबली का नाम लेने की अपील की तो कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने जीत हासिल होने पर पूरे राज्य में बजरंगबली का मंदिर बनाने का वादा किया।