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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 03 Dec 2023 03:56:24 PM IST
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PATNA : चार राज्यों के विधानसभा चुनाव 2023 की परिणाम निकल कर सामने आ गए हैं। इसमें तीन राज्यों में भाजपा को प्रचंड जीत हासिल हुई है। आज यानी 3 दिसंबर को राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में मतगणना हुई। ऐसे में बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी की भी नजर इस चुनाव पर लगी हुई थी। इस चुनाव में जदयू के भी कैंडिडेट अपनी किस्मत अजमा रहे हैं। लेकिन, चुनाव के बाद जो रिजल्ट निकल कर सामने आए हैं। उससे नीतीश कुमार मिट्टी - पलीद हो गया है। जदयू के अधिकत्तर कैंडिडेट तिहाई तक का आकड़ा सही ढंग से पार नहीं कर पाए हैं, यानी एक बार फिर से जमानत जब्त हो गई है।
दरअसल, जदयू अपने संगठन विस्तार देने और खुद को राष्ट्रीय पार्टी बनाने की कोशिश में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में किस्मत तो जरूर आजमाई। लेकिन, इनके कैंडिडेट कहीं भी मैदान में नजर ही नहीं आए। इतना ही नहीं इनके एक उम्मीदवार तो मैदान छोड़ कर भाग ही गए। रविवार को आई चुनाव परिणाम में जदयू जिन 10 विधानसभा सीटों पर किस्मत आजमाई है। उसमें जदयू का तीर निशाने पर नहीं लगा है। इनके आधा से अधिक उम्मीदवार को 150 वोट तक नहीं मिले हैं।
इस बार के चुनाव में जदयू के लिए पिछोर सीट से चंद्रपाल यादव मैदान में थे जिनको मात्र 72 वोट मिली है। उसके बाद राजनगर सीट से रामकुंवर रायकवार को 272 वोट मिली है। इसके आलावा विजय राघवगढ़ सीट से शिव नारायण सोनी को 61 वोट हासिल हुआ है। जबकि थांदला सीट से तोल सिंह भूरिया ने पार्टी की थोड़ी इज्जत बचाई है। इनको 2004 वोट आई है।
वहीं, पेटलावद सीट से रामेश्वर सिंगला में चुनावी मैदान में थे जिनको 713 वोट हासिल हुआ है। जबकि जदयू की दूसरी सूची में भी पांच उम्मीदवार का नाम सामने आया है। जिसमें जदयू ने सागर जिले के नरियावली (एससी) से सीताराम अहिरवार को अपना कैंडिडेट बनाया था और वो मैदान छोड़कर भाग गए। जबकि नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव (एससी) से प्रमोद कुमार मेहरा को लगभग 100 वोट हासिल हुआ है। इसके साथ ही कटनी जिला के बहोरीबंद से पंकज मौर्या को 109 वोट मिले हैं। इसके साथ ही जबलपुर उत्तर से संजय जैन को 348 वोट आए हैं। इसके आलावा बालाघाट विधानसभा क्षेत्र से विजय कुमार पटेल को मैदान में उतारा गया। इनको जनता से मात्र 48 वोट दिया है।
आपको बताते चलें कि, मध्य प्रदेश में जदयू ने पहला विधानसभा चुनाव 1998 में लड़ा था। उस समय पार्टी के 144 उम्मीदवार मैदान में थे। 135 की जमानत नहीं बची। हालांकि,पाटन सीट पर सोबरान सिंह बाबूजी की जीत हुई। उसके बाद 2003 में उम्मीदवारों की संख्या घटकर 36 रह गई। लेकिन, इस चुनाव में बड़वारा से सरोज बच्चन नायक चुनाव जीते। जबकि 33 की जमानत जब्त हुई। फिर 2008 का मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव जदयू के लिए बहुत बुरा रहा। 49 उम्मीदवारों में से किसी की भी जमानत नहीं बची। 2013 में जदयू के केवल 22 उम्मीदवार मैदान में उतरे। एक की जमानत बच पाई।