PATNA : जेडीयू में प्रशांत किशोर का चैप्टर क्लोज हो चुका है। पार्टी लाइन से हट कर लगातार बयानबाजी कर रहे प्रशांत किशोर और पवन वर्मा को पार्टी ने किनारे लगा दिया है। पार्टी ने दोनों को ही निष्कासित कर दिया है। पीके की पार्टी से छुट्टी के बाद जेडीयू नेता अजय़ आलोक उन पर जमकर बरसे हैं।
जेडीयू के पूर्व प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि मैनें तो पहले ही कह दिया था कि पार्टी को पीके नाम के कोरोना वायरस से पार्टी को मुक्ति चाहिए सो हमें मिल गयी है। फर्स्ट बिहार संवाददाता राहुल सिंह से बात करते हुए अजय आलोक ने कहा कि फाइनली पार्टी को परजीवी वायरस से मु्क्ति मिल गयी अब क्या फर्क पड़ता है जाए जहां जाना है। वहीं प्रशांत किशोर के ट्वीट 'सीएम नीतीश कुमार जी थैंक्यू कुर्सी संभाले रहिए' पर अजय आलोक ने बरसते हुए कहा कि क्या नीतीश कुमार जी को कुर्सी प्रशांत किशोर के बदौलत मिली, हैसियत में रह कर बयानबाजी करें तो बेहतर होगा। उन्होनें कहा कि जब नीतीश कुमार ने कुर्सी संभाली थी तो वे राजनीति में 'पैदा' भी नहीं हुए थे।
अजय आलोक ने कहा कि वे कॉरपोरेट और राजनीतिक दलाल से ज्यादा कुछ नहीं है। ऐसे लोगों ने राहुल गांधी को भी खटिया पकड़वा दिया था और कहा था कि राहुल गांधी पीएम पद के लायक नहीं है। वहीं ये पूछने पर दो फरवरी को अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ नीतीश कुमार मंच साझा कर रहे हैं इसलिए आनन-फानन में ये फैसला लिया गया क्या? इस पर उन्होनें कहा कि ये इस फैसले का उससे कोई लेना देना नहीं है। मंच साझा करना एनडीए का काम है जबकि प्रशांत किशोर का मसला जेडीयू का था । छह महीने से प्रशांत किशोर पार्टी में रहकर नौटंकी कर रहे थे।