पेट नहीं भरेगा तो लालू-राबड़ी क्यों घूम रहे मंदिर-मंदिर? तेजस्वी के बयान पर BJP का पलटवार

पेट नहीं भरेगा तो लालू-राबड़ी क्यों घूम रहे मंदिर-मंदिर? तेजस्वी के बयान पर BJP का पलटवार

PATNA: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा मुख्यमंत्री से बिहार में हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट को बैन करने की मांग की तो डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि लोगों का पेट नौकरी देने से भरेना ना की मंदिर का घंटा बजाने से पेट भरेगा। तेजस्वी के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। 


बीजेपी एमएलसी नवल किशोर यादव ने कहा है कि तेजस्वी यादव के माता-पिता हाल में ही एक मंदिर में गए थे, जहां डीएसपी से छाता और महिला सिपाही से जूता उठवाया था। अगर मंदिर-मस्जिद से पेट नहीं भरता है तो फिर उनके माता-पिता मंदिर-मंदिर क्यों घूम रहे हैं। तेजस्वी के पिता लालू प्रसाद ने तो घर में ही मंदिर बनवा लिया था। मंदिर और पूजा-अर्चना की बात हमारी संस्कृति में है उसे कैसे छोड़ा जा सकता है।


वहीं तेजस्वी के यह कहने पर कि बीजेपी सिर्फ हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करती है विकास से उसका कोई मतलब नहीं है, इसपर बीजेपी एमएलसी ने तंज किया कि बिहार में तो जैसे लोगों को पकड़-पकड़कर नौकरी दिया जा रहा है, इसलिए लोग दिल्ली भाग गए हैं। पैर उचकाने से लंबाई नहीं बढ़ जाएगी जो असलीयत है उसे सभी लोग जानते हैं। 


उन्होंने कहा कि बीजेपी किसी दूसरे धर्म का विरोध नहीं करती है बल्कि अपनी संस्कृति को बचाने की बात कहती है। अपनी संस्कृति की बात करना कहीं से गलत बात नहीं है। बीजेपी कोई परिवार की पार्टी नहीं है और ना ही भाई-बहन और मां-बेटा की पार्टी है। बीजेपी अपनी संस्कृति और विचारधारा से चलती है और अपनी संस्कृति की रक्षा करना कोई गलत बात नहीं है।