NALANDA: नालंदा के पावापुरी मेडिकल कॉलेज की 3 छात्राओं ने एचओडी और सहायक पर दुष्कर्म की कोशिश करने का आरोप लगाया है। पावापुरी मेडिकल कॉलेज में पारा मेडिकल की पढ़ाई कर रही 3 छात्राओं ने विभाग के एचओडी और उसके सहकर्मी पर दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाते हुए पावापुरी ओपी में लिखित आवेदन दिया लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी।
केस दर्ज नहीं होने पर सभी महिला थाने पहुंच गयी लेकिन वहां भी आवेदन लेने में टाल-मटोल रवैय्या अपनाया गया। छात्राओं का आरोप है परीक्षा चल रहा था इसी दौरान एचओडी के सहायक आया और बोला कि बॉस बुला रहे हैं। उसके बाद छात्र को बाहर से रोक दिया गया और तीन छात्राओं को बारी-बारी से चैंबर में आने को कहा गया। चैम्बर में जाने के बाद एचओडी कहने लगा कि तुम्हे टॉप करा देंगे बस खुश कर दो।
इतना सुनते ही तीनों छात्रा चैम्बर से बाहर निकलने लगी तभी तीनों छात्राओं को पास के कमरे में एचओडी ले जाने लगा और जबरदस्ती करने का प्रयास करने लगा। किसी तरह तीनों छात्राएं वहां से भागी और इस बात की शिकायत प्रिंसिपल से की। लेकिन उन्होंने किसी तरह का एक्शन नहीं लिया। जिसके बाद सभी छात्राएं पावापुरी ओपी में आवेदन लेकर पहुंची लेकिन वहां भी मामला दर्ज नहीं किया गया।
थक हारकर छात्राएं महिला थाने भी पहुंची लेकिन वहां भी आवेदन लेने से मना कर दिया गया। पावापुरी ओपी प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। घटना की जानकारी मिलने के बाद नालंदा के डीएम और डीएसपी मेडिकल कॉलेज पहुंचे और पूरी घटना की जानकारी ली। पीड़ित छात्रा एचओडी और उनके सहायक पर कार्रवाई की मांग कर रही है। अब देखना यह होगा कि पीड़ित छात्रा को न्याय मिल पाता है या नहीं?
नालंदा से राजकुमार मिश्रा की रिपोर्ट...