पत्रकार विमल यादव हत्याकांड: पूर्णिया के पत्रकारों ने सरकार से की मांग, मृतक के आश्रित को मिले नौकरी और 50 लाख मुआवजा

पत्रकार विमल यादव हत्याकांड: पूर्णिया के पत्रकारों ने सरकार से की मांग, मृतक के आश्रित को मिले नौकरी और 50 लाख मुआवजा

PURNEA: बिहार के अररिया में बदमाशों ने शुक्रवार की अहले सुबह एक दैनिक अखबार के पत्रकार विमल कुमार यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। बदमाशों ने घर के दरवाजा को खटखटाया और जैसे ही वे बाहर निकले उन्हें गोलियों से भून दिया। घटना रानीगंज थाना क्षेत्र के बेलसरा की है। अररिया के पत्रकार विमल कुमार यादव के निर्मम हत्या पर पूर्णिया ज़िला के विभिन्न अनुमंडल व प्रखण्ड में पत्रकारों ने विरोध दर्ज कराते हुए अलग-अलग अनुमंडल पदाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। पत्रकार संघ ने मृतक के आश्रित को नौकरी और 50 लाख रुपये मुआवजा दिये जाने की मांग सरकार से की।  


बायसी अनुमंडल अंतर्गत आने वाले सभी 4 प्रखंडों के पत्रकार संघ के पत्रकारों ने अनुमंडल पदाधिकारी कुमारी तोसी को ज्ञापन सौंपा है । सौंपे ज्ञापन में राज्यपाल से अररिया पत्रकार विमल कुमार यादव की हत्या पर विरोध दर्ज कराते हुए परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये मुआवजा दिए जाने की मांग की है। इससे पहले पत्रकारों ने अनुमंडल मुख्यालय में 2 मिनट का मौन रखा। गिरफ्तार आरोपी को फांसी देने और सभी नामजद की गिरफ्तारी की भी मांग की । 


इधर पूर्णिया पूर्व प्रखण्ड पत्रकार संघ ने भी घटना पर रोष प्रकट किया है। शनिवार को पूर्णिया पूर्व प्रखंड मुख्यालय में पूर्णिया पूर्व पत्रकार संघ के सभी सदस्यों ने इकट्ठा होकर काला बिल्ला लगाकर पत्रकार विमल कुमार यादव की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन धारण किया तथा सभी सदस्यों ने एक मत से इस घटना की कड़ी निंदा की है । 


वहीं इस घटना पर पत्रकार संघ बनमनखी ने रोष प्रकट करते हुए अविलंब अपराधियों को गिरफ्तार कर कठोर सजा देने तथा मृतक के परिजनों को 50  लाख रुपए की मुआवजा राशि दिए जाने की मांग की है । शुक्रवार को ही घटना की जानकारी मिलते ही पत्रकार संघ बनमनखी ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई । जिसकी अध्यक्षता पत्रकार संघ के अध्यक्ष अधिवक्ता सुनील कुमार सम्राट ने की। बैठक में पत्रकारों ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर लगातार हो रहे हमले की घटना पर चिंता प्रकट की । पत्रकारों ने कहा कि एक हिंदी दैनिक अखबार से जुड़े संवाददाता विमल यादव को अररिया जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र में स्थित उनके घर पर अपराधियों ने शुक्रवार को अहले सुबह गोली मारकर निर्मम तरीके से हत्या कर डाली । इसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम होगी । 


दूसरी तरफ पत्रकार हत्या की घटना पर कसबा पत्रकार संघ ने रोष प्रकट करते हुए अविलंब अपराधियों को गिरफ्तार कर कठोर सजा देने और मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए की मुआवजा राशि दिए जाने की मांग की है।  इस घटना पर तीव्र रोष प्रकट करते हुए इसकी निंदा की। कसबा पत्रकार के अध्यक्ष सुमन कुमार गुप्ता ने सरकार से घटना की स्पीडी ट्रायल करा कर अपराधियों को कठोर से कठोर सजा देने की मांग की। जलालगढ़ प्रखण्ड के पत्रकारों ने काला बिल्ला बांधकर पत्रकार की निर्मम हत्या पर विरोध जताया है ।

मुजफ्फरपुर जिले के पत्रकारों ने अररिया के पत्रकार विमल यादव की हत्या के खिलाफ आक्रोश मार्च निकाला। इससे पहले अमर शहीद खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर पत्रकारों ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। श्रद्धांजलि सभा में पत्रकारों ने अपनी सुरक्षा पीड़ित परिवार को न्याय व सुरक्षा देने की मांग रखी। ‌ स्मारक स्थल से आक्रोश मार्च निकाला जो मुख्य मार्ग से गुजरते हुए कमिश्नर कार्यालय, आईजी कार्यालय, एसडीओ कार्यालय होते हुए समाहरणालय परिसर में समाप्त हुआ। 


सभा को संबोधित करते हुए वरीय पत्रकार अमरेंद्र तिवारी ने कहा कि अररिया के रानीगंज निवासी वरीय पत्रकार विमल मंडल को  अपराधियो ने गोली मारकर हत्या कर दी। मंडल सुबह घर में सोए हुए थे अपराधियो ने विमल भैया कहकर आवाज दी और उनके घर से निकलते ही सीने में गोली मार दी। घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई है। उन्होंने पीड़ित परिवार की सुरक्षा, 25 लाख मुआवजा , मृतक के  बच्चों को सरकारी खर्च पर पढ़ाई की व्यवस्था करने, अपराधियों को स्पीडी ट्रायल चला कर सजा दिलाने की मांग की है। वरीय पत्रकार अमरेंद्र तिवारी ने कहा कि  पत्रकारों के हक के लिए  मीडिया फार बॉर्डर हार्मोनी संगठन बराबर पहल कर रहा हैं । पत्रकार तिवारी ने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कुछ मांग रखी । जिस पर श्रद्धांजलि सभा और आक्रोश मार्च में शामिल पत्रकारों ने अपनी सहमति दी। आक्रोश मार्च में विभिन्न पत्र, पत्रिका, न्यूज़, यूट्यूब ,वेब चैनल, बेवसाइट पोर्टल से जुड़े पत्रकारों ने हिस्सा लिया।

 मुजफ्फरपुर के पत्रकारों की मांग- 

01---पत्रकार विमल मंडल के परिवार की सुरक्षा, 25 लाख रुपया मुआवजा, बच्चों की पढ़ाई का खर्च सरकार उठावें ,अपराधियों को स्पीडी ट्रायल चल कर सजा दिलाई जाए जाए

1. राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर पत्रकार संरक्षण आयोग का गठन किया जाय। आयोग के गठन से पत्रकारों को संवैधानिक संरक्षण मिल पायेगा।

2. राष्ट्रीय व राज्य स्तर मान्यता प्राप्त पत्रकारों के चयन में कोटा सिस्टम को समाप्त किया जाय।

3. बिहार में सभी ग्रामीण, प्रखंड अनुमंडल व जिला स्तरीय व स्वतंत्र पत्रकारों की निगरानी में एक कमिटी का गठन किया जाए। 

4. पत्रकारों के कल्याण के लिए जिला स्तर पर पत्रकार राहत कोष का गठन सरकार करे ताकि आपात स्थिति हत्या, दर्घटना, गंभीर रूप से बीमार होने पर उनको तत्काल मदद मिल सके।

5. सभी अनुमंडल व प्रखंड मुख्यालय में तत्काल मीडिया सेन्टर खोला जाए। जहाँ संवाद संकलन पत्रकार कर सके।

6. पत्रकारों को कैमरा, लैपटॉप, मोबाईल बाइक के लिए सरकार बिना ब्याज के राशि उपलब्ध करावें।

7. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एन. एच. ए. आई) की ओर से संचालित बिहार के सभी टॉल टैक्स पर पत्रकारों के वाहून का टैक्स माफ किया जाए।

8. मुजफ्फरपुर में बनकर तैयार प्रेस क्लब को अभिलंब खोला जाए

9.मुजफ्फरपुर जिले के सभी प्रिंट इलेक्ट्रानिक वेब मीडिया के पत्रकारों की सूची उनके आवासीय थाना को उपलब्ध कराई जाए ताकि किसी भी आपात स्थिति में उनका मदद मिल सके



वही पटना के बाढ़ अनुमंडल के पत्रकारों ने बृज किशोर प्रसाद सिंह के नेतृत्व में एसडीएम और एएसपी को ज्ञापन देकर अररिया के पत्रकार विमल कुमार के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की। पत्रकार संघ के सचिव अनिरुद्ध पांडेय ने पत्रकारों की सुरक्षा की मांग अधिकारियों से की। इस घटना के विरोध में कोर्ट एरिया में बैठक की गयी। जिसमें स्थानीय पत्रकार शामिल हुए। इस दौरान पत्रकारों ने सुरक्षा की मांग की है। बैठक में सभी प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार शामिल थे।