पत्नी को मुखिया बनाने के लिए पति ने किया ड्रामा: खुद के अपहरण की अफवाह उड़ा दी, पुलिस छानबीन में खुल गयी पोल

पत्नी को मुखिया बनाने के लिए पति ने किया ड्रामा: खुद के अपहरण की अफवाह उड़ा दी, पुलिस छानबीन में खुल गयी पोल

SIWAN: बिहार के सिवान में अपनी पत्नी को मुखिया के चुनाव में जीत दिलाने के लिए पति ने अजब साजिश रच दी। खुद के अपहरण की कहानी गढ़ दी और रिश्तेदार के घर जा छिपा। उधर गांव में बवाल मच गया औऱ लोग सड़क पर उतर आये। परेशान पुलिस ने जब मामले का खुलासा किया तो लोग हैरान रह गये।


पत्नी को मुखिया बनाने के लिए ड्रामा

सिवान के बड़हड़िया प्रखंड में दीनदयालपुर पंचायत है। पंचायत चुनाव में इस पंचायत के मुखिया का पद महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है। गांव के ही एक दबंग फुलेश्वर यादव ने अपनी पत्नी फुलपति देवी को मुखिया पद के लिए खड़ा करने का एलान किया था. शनिवार को फुलपति देवी को मुखिया पद के लिए नामांकन करना था. लेकिन सुबह में ही फुलेश्वर यादव के परिजनों ने ये खबर फैला दी कि उसका अपहरण हो गया है. अपराधी फुलेश्वर यादव को उठा कर ले गये हैं.


अपहरण की खबर से आक्रोशित हुए लोग

फुलेश्वर यादव के अपहरण की खबर मिलते ही लोग आक्रोशित हो गये. अफवाह ये भी फैलायी गयी कि उसका अपहरण प्रतिद्वंदियों ने कराया है जो चाहते हैं कि फुलेश्वर की पत्नी फुलपति देवी चुनाव में खड़ी न हो. अपहरण की खबर के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया. सैकड़ों की तादाद में लोग थाने पहुंच गये औऱ फुलेश्वर यादव की बरामदगी की मांग करने लगे. लोग पुलिस पर सवाल उठा रहे थे. 


लावारिस मिली बाइक

मामले की खबर मिलने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की. पुलिस ने गोरियाकोठी थाना क्षेत्र के अफराद मोड़ के पास से फुलेश्वर यादव की बाइक को लावारिस हालत में बरामद किया. इससे ये लग रहा था कि फुलेश्वर यादव को वाकई अगव कर लिया गया है. लेकिन पुलिस ने फुलेश्वर के फोन को ट्रेस करना शुरू किया. उसके परिजनों से भी पूछताछ की गयी. इसमें सारी कहानी सामने आ गयी.


पटना में रिश्तेदार के घर छिपा था

पुलिस ने जब फुलेश्वर यादव के फोन के लोकेशन के आधार पर उसका पता लगा लिया. वह पटना में अपने एक रिश्तेदार के घर छिपा हुआ था. सिवान पुलिस पटन पहुंची और फुलेश्वर को उसके संबंधी के घर से बरामद कर लिया. पुलिस अब छानबीन कर रही है कि अपने अपहरण की अफवाह फैलाने के पीछे फुलेश्वर का मकसद क्या था. सिवान के जीबी नगर तरवारा थाने के थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने मीडिया को बताया कि फुलेश्वर ने खुद ही अपने अपहरण की अफवाह फैलायी थी. थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की छानबीन अभी चल रही है.