PATNA: दियारा का लाइफलाइन माना जाने वाला पीपा पुल मंगलवार को आई तेज आंधी-तूफान में टूटकर गंगा नदी में बह गया। पीपा पुल के टूट जाने से दियारा से पटना का संपर्क टूट गया है जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों के लिए अब नाव ही सहारा बचा है जिससे आवागमन करने को लोग विवश हैं। वही गंगा नदी में बहे पीपा पुल की खोजबीन जारी है।
पीपा पुल के ठीकेदार बीरेंद्र कुमार ने बताया कि आज से पीपा पुल की मरम्मत का कार्य शुरू होना था। लेकिन तेज आंधी और बारिश के कारण पुल टूटकर गंगा नदी में बह गया। जिससे काम पूरा नहीं किया जा सका। पीपा पुल के बह जाने के बाद अब उसकी खोजबीन जारी है।
तेज आंधी-बारिश में टूटे पीपा पुल की बनवाने की मांग बीजेपी नेता भाई सनोज यादव ने पथ निर्माण मंत्री से की है। उन्होंने कहा कि अभी जलस्तर नहीं बढ़ा है ऐसे में दियारावासियों के आवागमन का पीपा पुल ही मुख्य साधन है। इसलिए पीपा पुल को अविलंब जोड़ा जाए जिससे लोगों को परेशानी से निजात मिल सके।
पीपा पुल बहने से दियारावासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पीपा पुल टूटने से शहर में फंसे दियारावासी वापस जाने को लेकर परेशान हैं। ऐसे में उनके पास नाव ही एक सहारा बचा है जिसके माध्यम से वे आवागमन कर रहे हैं।
इस बार की वर्षा ने क्षेत्र में हो रहे सड़क निर्माण की पोल खोल कर रख दी हैं। सड़क निर्माण में बनाये गए डायवर्सन केवल खानापूर्ति दिख रही हैं। मामला उलार-लालगंज सेहरा वाया भरतपुरा सड़क का है। पथ निर्माण विभाग के द्वारा करोड़ों की लागत से इस सड़क का निर्माण कार्य जारी है। सड़क निर्माण के दौरान जगह-जगह पुल-पुलिया का निर्माण कार्य चल रहा हैं।
सड़क निर्माण का लगभग 80 प्रतिशत काम पूरा कर दिया गया। समय से पहले हुई वर्षा ने सड़क निर्माण की पोल खोल कर रख दी है। बारिश होने की वजह से आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया। बारिश के पहले से ही ग्रामीण डायवर्सन बनाने की मांग कर रहे हैं। वही अब पीपा पुल के टूट जाने से पटना का संपर्क टूट चुका है जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।