पटना SSP को लेकर विधानसभा में गुंजा मामला, कांग्रेस विधायक का आरोप.. महादलित परिवार पर कहर ढाने वाले थानेदार पर चुप हैं उपेंद्र शर्मा

पटना SSP को लेकर विधानसभा में गुंजा मामला, कांग्रेस विधायक का आरोप.. महादलित परिवार पर कहर ढाने वाले थानेदार पर चुप हैं उपेंद्र शर्मा

PATNA : बिहार विधानसभा में आज पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा पर सवाल खड़े करते हुए कांग्रेस विधायक ने जबरदस्त तरीके से आवाज उठाई है. कांग्रेस विधायक के सिद्धार्थ ने आरोप लगाया है कि महादलित परिवार पर जुल्म ढाने वाले पटना के एक थानेदार पर एक्शन लेने के बजाय एसएसपी उपेंद्र शर्मा चुप्पी साधे बैठे हैं. दरअसल कांग्रेस विधायक ने यह मामला आज विधानसभा के सुनने काल में उठाया. 


दरअसल ये पूरा मामला राजधानी पटना के बिक्रम थाना से जुड़ा है. कांग्रेस के विधायक सिद्धार्थ ने बिक्रम थानाध्यक्ष ऋतुराज पर  महादलित परिवार पर जुल्म ढाने और बदसलूकी करने का आरोप लगाया है. बीते दिन धरना पर बैठे एमएलए सिद्धार्थ ने कहा था कि बिक्रम थानाध्यक्ष ऋतुराज आम लोगों की नहीं सुनते और उनपर अत्याचार करते हैं.


कल ही विधायक सिद्धार्थ ने इस बात को सदन में उठाने की बात कही थी. काफी देर तक विधायक अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे थे. इस दौरान आम लोगों ने थानाध्यक्ष के ऊपर बालू और शराब माफियाओं के साथ सांठगांठ होने का गंभीर आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि बिक्रम थाना परिसर दलालों का अड्डा बन गया है.

 


आपको बताते चलें की ये पहला मौका नहीं है जब थानेदार ऋतुराज के ऊपर सवाल उठा हो हाल में ही एक विडियो वायरल हुआ था. जहाँ बिक्रम थानाध्यक्ष ने कथित रूप से चोरी की घटना की शिकायत दर्ज करने आए बिक्रम के रहने वाले एक सरकारी कर्मचारी को घंटों थाने में बिठाकर रखा और उनके साथ बदसलूकी की थी. 


वहीं बीते साल 7 जून 2020 को एक लड़की के गायब होने की शिकायत परिजनों ने बिक्रम थाने में दर्ज करायी थी. इसी केस के मामले में पीड़िता के भाई ने जब थानेदार से बातचीत की. थानेदार ने उल्टे लड़की के भाई को ही मां-बहन की हजारों गालियां दी थी. इसका ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इसके बाद भी पटना पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों ने थानेदार ऋतुराज सिंह पर कोई कार्रवाई नहीं की थी. 


वहीं जब ऋतुराज अरवल ज़िले के कलेर थाने में पोस्टेड थे. तब उनपर हाजत में एक व्यक्ति को बुरी तरह पिटकर अधमरा करने का आरोप लगा था, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने थाने को आग के हवाले कर दिया था.