पटना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट जमीन पर नहीं उतरा, लेकिन राजधानी के इन नए इलाकों को स्मार्ट सिटी में मिली जगह

पटना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट जमीन पर नहीं उतरा, लेकिन राजधानी के इन नए इलाकों को स्मार्ट सिटी में मिली जगह

PATNA : पटना को स्मार्ट सिटी बनाने का काम कछुए की गति से आगे बढ़ रहा है. जमीन पर अब तक इस प्रोजेक्ट के दर्शन नहीं हो पाए हैं लेकिन पटना स्मार्ट सिटी का एरिया ब्रस्ट डेवलपमेंट क्षेत्र के चारों तरफ बढ़ाने का फैसला किया गया है. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में पटना के कई नए इलाकों को शामिल किया गया है. स्मार्ट सिटी की 16वीं बोर्ड मीटिंग में एबीडी बढ़ाने सहित कई एजेंडों को मंजूरी दी गई है.

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का एरिया 7 वर्ग किलोमीटर का होगा. इसमें दायरे में मीठापुर बस स्टैंड, एयरपोर्ट सचिवालय और श्रीकृष्णापुरी के साथ-साथ पानी टंकी, इको पार्क, शेखपुरा मोड़, हार्डिंग पार्क जैसे इलाके भी शामिल किए गए हैं. दरअसल एबीडी के बाहर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की राशि खर्च करने पर रोक है. ऐसे में बोर्ड ने फैसला किया है कि अब स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का दायरा बढ़ाया जाए. स्मार्ट सिटी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के अध्यक्ष और नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने इसके लिए बैठक की है और अधिकारियों को मिशन मोड में आकर काम निपटाने का निर्देश दिया है.

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट बिहार के 4 शहरों में चल रहा है और इसकी रैंकिंग बेहद खराब है. बोर्ड की बैठक में रैंकिंग में सुधार लाने के लिए भी चर्चा हुई है. तय किया गया है कि 2 महीने में 70 फ़ीसदी और महीने में 24 दिन काम जमीन पर दिखे. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जिन कामों को तत्काल पूरा कराया जाना है उसमें अंटा घाट सब्जी मंडी को व्यवस्थित कर वेंडिंग जोन बनाने के साथ-साथ बाकरगंज नाले को पाटकर उमा सिनेमा से अंटा घाट होते हुए गंगा नदी तक सड़क बनाए जाने का काम शामिल है. अदालतगंज तालाब में वोटिंग, लेजर लाइट शो और चिल्ड्रन पार्क जैसी सुविधाएं मुहैया कराने का भी टारगेट रखा गया है, अब देखना होगा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का दायरा तो बड़ा लिया गया है लेकिन इन इलाकों में प्रोजेक्ट का काम जमीन पर कब तक नज़र आता है.