JAMUI: जमुई पुलिस ने फरार गांजा तस्कर को पटना से गिरफ्तार किया है। 11 दिसंबर को जमुई चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस कर्मियों ने एक ट्रक को पकड़ा था जिसमें से 70 लाख रूपये के 46 पैकेट में गांजा बरामद किया गया था। हालांकि उस दौरान गांजा तस्कर फरार हो गया था। जिसे अब जमुई की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गांजा तस्कर को पटना के सालिमपुर से गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार तस्कर ने बताया कि उड़ीसा से गांजा लेकर वह पटना डिलीवरी देने जा रहा था। तभी गांजा पकड़ा गया लेकिन वो किसी तरह वहां से भाग निकला था। गुप्त सूचना के आधार पर जमुई पुलिस ने उसे पटना से गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि 11 दिसंबर को जमुई एसपी डॉक्टर शौर्य सुमन को यह सूचना मिली थी कि झारखंड से एक ट्रक में गांजा की खेप झारखंड की ओर से जमुई के रास्ते पटना ले जाया जा रहा है।
सूचना मिलते ही जिला पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से वाहनों की जांच में जुट गयी। जिसमें सोनो थाना क्षेत्र के डुमरी चेक पोस्ट के पास से पुलिस ने एक ट्रक से भारी मात्रा में गांजा बरामद किया। हालांकि मौके पर से गांजा तस्कर भागने में सफल रहा। जब्त ट्रक की जब जांच की गई तो मूढी के अंदर 10-10 किलो का 46 पैकेट में करीब 460 किलो गांजा जिसकी कीमत 70 लाख रुपए थी जिसे पुलिस ने बरामद किया। वही मामले में फरार चल रहे गांजा तस्कर को पटना के सालिमपुर थाना अंतर्गत गडेरिया से गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरफ्तार गांजा तस्कर की पहचान गडेरिया निवासी दिनेश पाल का पुत्र नीरज कुमार के रूप में की गयी है। गांजा तस्कर ने भी मामले में अपनी संलिप्तता जतायी है। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने कई अहम खुलासे भी किये। गांजा तस्कर ने बताया कि वह गांजा ओडिशाा से लेकर आता था। गांजे की खेप को जमुई के रास्ते पटना लाया जाता है।
गिरफ्तार तस्कर ही ट्रक का मालिक भी है कुछ अन्य तस्करों के नाम भी सामने आए हैं जिसके आधार पर जमुई पुलिस उन सबकी भी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में जुट गई है। रविवार की दोपहर सोनो थाना परिषद में झाझा एसडीपी राजेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी। कहा कि गांजा तस्करी मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी नीरज कुमार को गुप्त सूचना के आधार पर पटना से दबोचा गया है। जिसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।