शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण, सुशील मोदी और पंकज उधास को पद्म भूषण अवार्ड, मरणोपरांत मिला सम्मान Sanjeev Mukhiya: EOU के सामने संजीव मुखिया कई राज उगले, कहा..पटना-रांची-दरभंगा-धनबाद के कई डॉक्टर सॉल्वर गैंग में थे शामिल बेटी की शादी से पहले होने वाले दामाद के साथ सास फरार, मोबाइल फोन बना इस अनोखे प्रेम कहानी का सूत्रधार Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान पटना में बना अनोखा रिकॉर्ड, लॉ प्रेप ने रचा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Manoj Bajpayee: खुद को 'सस्ता मजदूर' क्यों मानते हैं मनोज बाजपेयी? कारण जान आप भी कहेंगे ‘ये तो सरासर नाइंसाफी है’ दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Bihar Crime News: जमीनी विवाद को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, आधा दर्जन लोग घायल, गांव में दहशत का माहौल बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट..
1st Bihar Published by: Updated Thu, 29 Dec 2022 07:57:35 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: रूस, चीन, यूक्रेन जैसे देशों में फर्जी डिग्री के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में नामांकन लेने के मामले में CBI ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में देशभर के 91 जगहों पर सीबीआई ने एक साथ छापेमारी की है। जिसमें राजधानी पटना समेत बिहार के 9 अन्य जिले भी शामिल हैं। इस मामले में 73 छात्रों के अलावा उनका निबंधन कराने में संदिग्ध भूमिका निभाने वाले नेशनल मेडिकल काउंसिल समेत अलग-अलग राज्यों के 14 मेडिकल काउंसिलों में तैनात कर्मियों की मिलीभगत भी उजागर हुई है।
इस मामले में बिहार के पटना, मुंगेर, दरभंगा, भागलपुर, चंपारण, बेगूसराय, हाजीपुर, वैशाली और नालंदा समेत अन्य स्थानों पर भी सीबीआई ने रेड की है। पटना के राजेंद्र नगर रोड नं- 11-डी स्थित बिहार मेडिकल काउंसिल के कार्यालय और इसमें कार्यरत कुछ कर्मियों के यहां भी रेड चल रही है। इसके साथ ही सीबीआई ने कई छात्रों के ठिकानों पर भी छापेमारी की है।
73 छात्रों में से 19 बिहार के बताए जा रहे हैं। इन 19 मेडिकल के छात्रों ने बिहार मेडिकल काउंसिल से अपना रजिस्ट्रैशन कराया था ताकि वे विदेश से डिग्री लेकर आएं तो बिहार में प्रैक्टिस कर सकें। ये सभी छात्र नेशनल बोर्ड ऑफ एक्जामिनेशन इन मेडिकल साइंस की तरफ से आयोजित एफएमजीई की परीक्षा में फेल हो गये थे।