PATNA : बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर की कई परियोजनाएं जारी हैं। इनमें दीदारगंज और ताजपुर सिक्स लेन पुल के साथ ही बख्तियारपुर-मोकामा 4 लेन रोड की एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। ऐसे में अब बख्तियारपुर-मोकामा 4 लेन रोड से जुड़ी एक ताजा अपडेट निकल कर सामने आई है। जहां करनौती के पास रेलवे ओवरब्रब्रिज का काम ही बचा है तो इसमें थोड़ा समय लग सकता है।
दरअसल, बिहार को अगले साल मार्च में एक और ग्रीनफील्ड फोर-लेन सड़क की सौगात मिल जाएगी। बख्तियारपुर मोकामा ग्रीनफील्ड फोर-लेन सड़क अगले साल मार्च तक यात्रियों के लिए चालू होने की उम्मीद है क्योंकि निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है। NHAI के अधिकारियों ने कहा कि एक तरफ की दो लेन अगले साल जनवरी तक चालू हो जाएंगी जबकि दूसरी तरफ की लेन मार्च तक तैयार होने की संभावना है।
जानकारी के मुताबिक, आरओबी के पूरा होने के बाद, एक्सप्रेसवे के एक तरफ की दो लेन अगले साल के पहले महीने में चालू हो सकती हैं। बख्तियारपुर मोकामा ग्रीनफील्ड फोर-लेन 44.6 किलोमीटर लंबी है। पहले यह परियोजना 2017 में शुरू हुई थी और शुरू में इसे दिसंबर 2019 तक पूरा होना था। लेकिन, भूमि अधिग्रहण कि वजह से अब मार्च 2025 तक बढ़ा दिया है।
इस फोरलेन सड़क निर्माण के बारे में एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी योगेश बहादुर सिंह के अनुसार बख्तियारपुर मोकामा ग्रीनफील्ड फोर-लेन में 43 किलोमीटर सड़क खंड पूरी तरह से बनकर तैयार है। अभी 1.6 किलोमीटर के दो आरओबी का निर्माण कार्य चल रहा है। एनएचएआई के परियोजना प्रबंधक अरबिंद कुमार ने कहा कि आरओबीएस के लिए गर्डर लगाने के लिए हाल ही में रेलवे को एक पत्र भेजा गया था। उन्होंने कहा, "जैसे ही गर्डर रेलवे लाइन के ऊपर रखे जाएंगे, दोनों स्थानों पर निकटवर्ती सड़कों का निर्माण शुरू हो जाएगा।" इससे 1.6 किलोमीटर का बचा हुआ आरओबी खंड पूरा हो जायेगा जिसके बाद इसे मार्च 2025 तक पूरा कर लिया जायेगा।
मालूम हो कि, इस प्रोजेक्ट के चालू हो जाने से पटना से बख्तियारपुर होकर मोकामा, लखीसराय, बरौनी और बेगूसराय की तरफ आवागमन में सुविधा होगी। साथ ही लोगों को समय और ईंधन की बचत होगी। मोकामा से बाढ़ तक फोर लेन का निर्माण करीब करीब पूरा हो गया है। करनौती में काम शेष बचा हुआ है और बिहारी बिगहा के पास दो जगहों पर बनी पुलिया के एप्रोच रोड और टोल प्लाजा का निर्माण अधूरा है।
गौरतलब है कि बख्तियारपुर-मोकामा फोरलेन ग्रीनफील्ड के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया 20 मई, 2013 से शुरू हुई थी। अधिकतर जमीन अधिग्रहण के बाद इसे बनाने की जिम्मेदारी करीब 837 करोड़ की लागत से 14 जून, 2017 को निर्माण एजेंसी को दी गई। बाद में बची जमीन के अधिग्रहण में कम एमवीआर पर भुगतान का मामला तूल पकड़ने और रैयतों द्वारा अधिक मुआवजे की मांग के कारण सड़क निर्माण बाधित हुआ। 10 दिसंबर, 2019 तक इसे बन जाना था लेकिन बाद में दिसंबर 2021 दिसंबर 2023 और इसके बाद जुलाई 2024 तक बढ़ाया गया। अब मार्च 2025 तक इस सड़क का निर्माण पूरा होने की बात कही गई है।