PATNA : बिहार में शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. सीएम नीतीश के शराबबंदी कानून को आईना कोई और नहीं बल्कि उनके ही पुलिसवाले अब तक दिखाते आये हैं. बिहार सरकार अबतक न जाने कितने दर्जन पुलिसवालों के ऊपर कार्रवाई कर चुकी है. लेकिन इसके बावजूद भी शराबबंदी को नाकाम साबित करने में कुछ लोग पूरी शिद्दत के साथ जुटे हुए है. ताजा मामला राजधानी पटना का है, जहां एक ऑडियो वायरल हो रहा है. वायरल ऑडियो में एक शख्स 5 लाख रुपये लेकर कार, शराब और तस्कर को पटना पुलिस के चंगुल से आजाद कराने का सौदा कर रहा है. मामला सामने आने के बाद आईजी संजय कुमार ने जांच के आदेश दिए हैं.
मामला राजधानी पटना के कदमकुआं थाना का बताया जा रहा है. दरअसल एक शख्स और एक दलाल के बीच बातचीत का ऑडियो सामने आया है. ऑडियो में जो शख्स थाने से गाड़ी, पैसा और तस्करों को छुड़ाने का दावा कर रहा है, उसका नाम सूरज मिश्रा बताया जा रहा है. हालांकि यह जांच का विषय है. दावा कहा जा रहा है कि सूरज मिश्रा का कदमकुआं थाने के बड़े साहब से लेकर छोटे सिपाहियों तक उठना-बैठना है. इतना ही नहीं उसके फेसबुक प्रोफाइल पर कई बड़े अधिकारियों और नीतीश सरकार के कई मंत्रियों के साथ तस्वीर देखे गए हैं. फर्स्ट बिहार झारखंड इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है. लेकिन यह ऑडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है.
वायरल ऑडियो में दलाल 5 लाख रुपये देने पर बरामद शराब के साथ बरामद कार और पकड़े गये दो तस्करों को छोड़ने का दावा कर रहा है. वहीं सामने वाला शख्स इस मामले को एक पेटी में सेट करने की जिद कर रहा है. इन दोनों के बीच हुई बातचीत के ऑडियो सामने आये हैं. दूसरे ऑडियो में दलाल गाली गलौज भी कर रहा है. वह गाड़ी और माल यानी कि शराब छोड़ने के लिए 2.5 लाख में डील को फाइनल करने की बात कहता है. लेकिन शराब माफिया की ओर से बात कर रहा व्यक्ति केवल गाड़ी छोड़ने के लिए 1.20 लाख देने काे तैयार हाे जाता है पर इतने कम में साैदा तय नहीं हाेता है.
इस मामले को लेकर रेंज आइजी संजय सिंह के पास भी पहुंची और उन्होंने मामले की गंभीरता से लेते हुए सिटी एसपी सेंट्रल विनय तिवारी और टाउन डीएसपी सुरेश प्रसाद को जांच की जिम्मेदारी दी है. इसके साथ ही रेंज आइजी ने एसएसपी को पूरे मामले की रिपोर्ट भेजने का भी निर्देश दिया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कि कदमकुआं पुलिस ने 28 दिसंबर को एक सफारी गाड़ी राजेंद्रनगर इलाके से पकड़ी थी. गाड़ी से शराब बरामद की गयी थी और भागलपुर निवासी प्रियेश कुमार और संजय पासवान काे गिरफ्तार किया गया था. इसके साथ ही गाड़ी के मालिक के रूप में आर्यन यादव का नाम सामने आया था.