PATNA: पूर्व सांसद राम सिंह के नेतृत्व में पटना के मिलर हाई स्कूल में रामा विचार मंच द्वारा संकल्प महासम्मेलन रैली का आयोजन किया गया. रैली में प्रदेश भर से हजारों लोगों ने भाग लिया. कार्यकर्ताओं ने सोने और चांदी का मुकुट पहनाकर पूर्व सांसद रामा सिंह का स्वागत किया. संकल्प महासम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद रामा सिंह ने कहा मैं समाज को नहीं बेचूंगा. मैं सभी लोगों को साथ लेकर चलूंगा. हमारे कार्यकर्ता ही हमारे लिए सबकुछ हैं. आने वाले समय में बिहार कि राजनीति में हमारे सभी कार्यकर्ताओं की हिस्सेदारी होगी. हमनें बिहार को विकसित बनाने के उदेश्य से यह मंच बनाया हैं. रामा विचार मंच का उद्देश्य महात्मा गांधी के रास्ते पर चलकर एक एक समरस समाज बनाना है. समाज किस सबसे निचले व्यक्ति को उसका अधिकार प्रदान करना है. हमें व्यक्ति, राज्य और राष्ट्र को मजबूत करना है.
संकल्प महासम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार को मुहैया करवाना हमारा राजनितिक धर्म है. आपकी आवाज हीं शासन की आवाज हो, आपका विचार हीं शासन का विचार हो, इसके लिए एक प्रखर एवं ओजस्वी नेतृत्व की दरकार होती है। यह नेतृत्व रामा सिंह प्रदान करने के लिए तैयार है।
रामा सिंह ने कहा कि हमारा इतिहास बलिदान का रहा हैं. जब भी समाज और राष्ट्र की रक्षा के लिए तलवार उठाने की जरुरत हुई हमने महाराणा प्रताप और वीर शिरोमणी कुँवर सिंह के रुप में तलवार उठाकर समाज की रक्षा में अपने आप को न्योछावर कर दिया. जब भी दलितों-पिछड़ों एवं शोषितों के लिए कलम उठाने की जरुरत हुई हमने विश्वनाथ प्रताप सिंह और चन्द्रशेखर जी के रुप में समाज के सेवा में कुर्बान हो गए.
पूर्व सांसद ने कहा कि क्षात्र धर्म का सबसे मजबूत पक्ष समाज की रक्षा है। हमने इस जिम्मेदारी का कितनी गंभीरता से पालन किया है इसका प्रमाण है कि वीरता का सबसे बड़ा सम्मान परमवीर चक्र आजादी के बाद जिन 21 सूरमाओं को दिया गया उनमें से 08 इसी समाज से थें। समाज में महिलाओं की भूमिका भी उतनी हीं महत्वपूर्ण है जितनी पुरुषों की है। हमारे समाज की महिलाओं ने भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई हैं। महारानी लक्ष्मीबाई, महारानी अहिल्याबाई होल्कर, रानी चेत्रम्मा इसकी मिसाल हैं। रामा विचार मंच महिलाओं को आर्थिक व राजनितिक रूप से सशक्त करेगा.
रामा विचार मंच ने इस संकल्प सभा में बिहार सरकार एवं भारत सरकार के समक्ष सात संकल्प रखे हैं :-
(1) पूरी दुनिया में बिहारी लड़के आई. टी. में अच्छा कर रहें हैं अतः पटना को बैंगलोर-हैदराबाद की तरह आई. टी. हब बनाया जाए।
(2) कृषि बिहार की जनता के लिए रोजगार की एकमात्र साधन है इसलिए कृषि को सुगम बनाने के लिए एक समग्र जल नीति बनाई जाए तथा इसका समयबद्ध क्रियान्वयन किया जाए।
(3) उद्योग धंधों में विकास के लिए आधारभूत संरचना के समेकित विकाश के साथ बैंकों को भी जिम्मेदार बनाया जाए।
(4) ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की वृद्धि के लिए जिविका दीदी के तर्ज पर हीं पुरुष युवकों के लिए भी जिविका भैया योजना का कार्यान्वयन किया जाए।
(5) महारानी लक्ष्मीबाई को राष्ट्रनेत्री धोषित किया जाए।
(6) महाराणा प्रताप की पूण्यतिथि को राष्ट्रीय स्वाभिमान दिवस के रूप में मनायाजाए।
(7) समाजिक एवं धार्मिक सदभाव कि स्थापना की जाए।
रामा विचार मंच के द्वारा आयोजित महासम्मेलन कि अध्यक्षता प्रो. संजय कुमार सिंह, संचालन सुनील सिंह ने किया. स्वागत भाषण प्रोफेशर संजय सिंह ने किया. महासम्मेलन को प्रो. धन्नजय सिंह, शिवहर आलोक कुमार मुजफ्फरपुर, प्रो. सज्जन सिंह बख्तियारपुर, धनवंत सिंह राठौर मनोज लाल दास "मनु" पवन राठौर आलोक सिन्हा, डा. रवि प्रताप,मनीष सिंह,विजय सिंह, (जिला पार्षद अध्यक्ष शिवहर)शशी कुमार सिंह, मो. हैदर आजाद, जय प्रकाश चौधरी (पूर्व जिला परिषद के अध्यक्ष, हाजीपुर) सोनु सिंह, डा. आशुतोष कुमार सिंह, सत्येन्द्र सिंह, छपरा मृत्युन्जय सिंह, अध्यक्ष( बिहार पुलीस ऑफिसर्स एसोसिएसन, बिहार) अनील सिंह ( प्रदेश अध्यक्ष, समाजवादी जनता पार्टी चन्द्रशेखर, उ. प्) सुमित चन्द्रा (समाजिक कार्यकर्ता) सुरज सिंह सेंगर (प्रदेश उपाध्यक्ष, क्षत्रिय महासभा, उ. प्र.) ओंकार सिंह, (राष्ट्रीय महासचिव, क्षत्रिय महासभा) राणा सिंह, (प्रवक्ता क्षत्रिय महासभा विजय सिंह, प्रमुख, विजयीपुर, गोपालगंज) ने सम्बोधित किया. धन्यबाद ज्ञापन रामा विचार मंच के संयोजक रवि प्रताप ने किया.