PATNA: बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां रेलवे ट्रैक पर बैठे एक आंदोलनकारी के ऊपर से एक्सप्रेस ट्रेन गुजर गयी। इस दौरान अफरा-तफरी मच गयी। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। जिस आंदोलनकारी के ऊपर से ट्रेन गुजरी वह मामूली रूप से घायल हो गया है लेकिन इस तरह की लापरवाही से उसकी जान भी जा सकती है। इस घटना के बाद आंदोलनकारियों ने जमकर हंगामा मचाया और रेलवे के ड्राइवर और गार्ड को बर्खास्त करने की मांग की। आंदोलनकारियों ने इस दौरान उस ट्रेन को भी रोका जो आंदोलनकारी के ऊपर से गुजर गई थी। रेलवे की इस लापरवाही पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं।
बताया जाता है कि बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना संघर्ष समिति के बैनर तले दानापुर रेल मंडल के बिहटा रेलवे स्टेशन पर पैदल मार्च करते हुए सभी आंदोलनकारी पहुंचे थे और पटना-दिल्ली अप मेन लाइन को जाम किया था। हालांकि इसकी जानकारी आंदोलनकारी ने रेलवे प्रशासन और रेलवे विभाग को पहले ही दे दी थी। इसी दौरान रेलवे ट्रैक पर लेटे आंदोलनकारी चंदन वर्मा और राजेंद्र यादव के अलावा काफी संख्या में लोग मौजूद थे। तभी ट्रेन नंबर 82355 पटना छत्रपति शिवाजी टर्मिनस एक्सप्रेस अचानक अप मेन लाइन से गुजरी। अचानक ट्रेन आने से भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। जैसे-तैसे लोगों ने अपनी जान बचाई लेकिन चंदन वर्मा रेलवे ट्रैक के नीचे फंस गए। इस घटना में उनकी जान किसी तरह बच गयी। रेलवे की इस लापरवाही के कारण अब आंदोलनकारी स्टेशन मास्टर सहित रेलवे प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
वही आंदोलनकारी चंदन वर्मा ने बताया कि बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना का शिलान्यास 2007 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव ने पालीगंज में किया गया था लेकिन कई वर्ष बीतने के बाद भी वर्षों परियोजना की शुरुआत अभी तक नहीं हो पाई है। जिसके बाद हम सभी लोग लगातार इस परियोजना को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। आज बिहटा रेलवे स्टेशन पर हम लोगों ने आंदोलन शुरू किया। जिसकी जानकारी रेलवे प्रशासन को पहले ही दी जा चुकी थी लेकिन रेलवे प्रशासन की बड़ी लापरवाही उस वक्त सामने आई जब आंदोलनकारी रेलवे ट्रैक पर बैठे हुए थे। रेलवे ट्रैक पर लेटकर प्रदर्शन कर रहे थे तभी एक्सप्रेस ट्रेन चंदन वर्मा के ऊपर से गुजर गई। चंदन की किसी तरह जान बच गयी उन्होंने इसके लिए भगवान को धन्यवाद दिया। कहा कि भगवान ने मेरी जान बचा ली लेकिन रेलवे प्रशासन पूरी तरह से तानाशाही पर उतर चुकी है।
वही दूसरी ओर बिहटा औरंगाबाद रेल परियोजना संघर्ष समिति के सदस्य राजेंद्र यादव ने कहा कि औरंगाबाद रेल परियोजना पिछले कई वर्षों से लटका हुआ है सरकार कितनी आई और गई लेकिन हम सभी को आश्वासन के सिवाय कुछ भी नहीं मिला। अब आंदोलन को उग्र हो चुका है। रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन के दौरान बिहटा रेलवे स्टेशन पर रेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। आंदोलनकारी के ऊपर से ट्रेन को गुजारा गया यह रेलवे की बड़ी लापरवाही है। जबकि इस आंदोलन की सूचना लिखित रूप से पहले ही दे दी गयी थी। बावजूद इसके आंदोलनकारी के ऊपर से ट्रेन गुजर गयी। आंदोलनकारियों ने कहा कि यह रेलवे और सरकार की तानाशाही है। आंदोलनकारी के ऊपर से ट्रेन गुजरने की घटना से आक्रोशित लोगों ने ट्रेन को रोका और हंगामा करने लगे। आंदोलनकारियों ने ड्राइवर और गार्ड को बर्खास्त करने की मांग की।