PATNA : राजधानी पटना में पहली बार बच्चों की नई बीमारी एमआईएस-सी से संक्रमित बच्चा मिला। जिस बच्चे में इस बीमारी के लक्षण मिले हैं वह छपरा का रहने वाला है और उसकी उम्र 8 साल है। बच्चे को 22 मई को गंभीर हालत में आईजीआईएमएस में भर्ती कराया गया था। उस समय उसे सांस लेने में काफी परेशानी हो रही थी। इसके साथ ही उसे खांसी -बुखार भी था। अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल के मुताबिक आरटीपीसीआर जांच में वह कोरोना निगेटिव पाया गया था लेकिन एचआरसिटी स्कैन में उसके फेफड़े के संक्रमण स्कोर 22/25 पाया गया। उसके लिवर और किडनी में भी संक्रमण फैल चुका था। बच्चे का फेफड़ा 90 प्रतिशत संक्रमित हो चुका था।
कोविड में अक्सर फेफड़ा तक ही संक्रमण पहुंचता है लेकिन इस बच्चे का किडनी और लिवर तक संक्रमित हो चुका था। चिकित्सकों ने आरंभ में इसे कोरोना की तीसरी लहर से पीड़ित होने की आशंका जाहिर की। बच्चे को रेमडेसिवीर, एंटीबायटिक, स्टेराइड के साथ नेबुलाइजेशन भी दिया गया। स्थिति कुछ ठीक हुई तो पीकू में भेजा गया।
इस बच्चे का इलाज पीकू में शिशु रोग विभाग के डॉ. राकेश कुमार, डॉ. आनंद कुमार गुप्ता और डॉ. सुनील की टीम ने सम्मिलित रूप से किया । मरीज की हालत में सुधार है और बुधवार को इस मरीज ने पहली बार खाना-पीना शुरू किया है। डॉ. राकेश कुमार के मुताबिक अभी तीसरी लहर कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन इसमें नई बीमारी एमआईएस-सी (मल्टीसिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिंड्राम) के सभी लक्षण हैं। यह पोस्ट कोविड बीमारी है जो बच्चों के फेफड़े के साथ किडनी, लिवर और अन्य अंगों को संक्रमित करती है। समय पर इलाज हो तो इसका उपचार पूरी तरह से संभव है।