पटना में महिला टीचर से छेड़खानी के मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय ने मांगा जवाब, आरोपी वार्ड पार्षद पति पर पुलिस मेहरबान

पटना में महिला टीचर से छेड़खानी के मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय ने मांगा जवाब, आरोपी वार्ड पार्षद पति पर पुलिस मेहरबान

PATNA: राजधानी के गर्दनीबाग इलाके में महिला स्कूल टीचरों के साथ छेडखानी और बदसलूकी करने वाले बाहुबली वार्ड पार्षद पति पर कोई कार्रवाई न होने के मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय ने जवाब मांगा है. पीएमओ से बिहार के मुख्य सचिव को पत्र भेजा गया है. जिसमें ये जानकारी मांगी गयी है कि इस मामले में क्या कार्रवाई की गयी है. 


4 महीने पुराना है मामला

मामला 4 महीना पुराना है. नेता पर पटना पुलिस ने मेहरबानी दिखाना शुरू कर दिया है. गर्दनीबाग के बाहुबली माने जाने वाले वार्ड पार्षद पति के खिलाफ केस दर्ज होने के साथ ही पुलिस ने उसे क्लीन चिट देने की भी तैयारी शुरू कर दी है. दबंग वार्ड पार्षद पति पर अब केस दर्ज कराने वाली शिक्षिकाओं को धमकाने का भी आरोप लग रहा है.


क्या है मामला

दरअसल जुलाई महीने में गर्दनीबाग साधनापुरी के एक गर्ल्स स्कूल की महिला शिक्षिका ने गर्दनीबाग थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसमें स्थानीय वार्ड पार्षद श्वेता राय के पति अविनाश कुमार उर्फ मंटू पर कई गंभीर आरोप लगाये गये थे. महिला शिक्षिकाओं ने आरोप लगाया था कि दबंद मंटू अपने साथियों के साथ लगातार छेड़खानी कर रहा है. एक महिला शिक्षिका ने विरोध किया तो उसके निजी अंगों को सरेआम छेड़छाड़ किया गया. प्राथमिकी में अविनाश कुमार मंटू के साथ साथ उसकी वार्ड पार्षद पत्नी श्वेता राय को भी अभियुक्त बनाया गया था.


पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई

पीड़ित महिला शिक्षिका का आरोप है कि केस दर्ज होने के बाद ही पुलिस ने अभियुक्तों को बचाने की भी कवायद शुरू कर दी. गर्दनीबाग पुलिस ने मीडिया को ये बताया कि उसने सीसीटीवी फुटेज देखा है और उसमें कहीं छेडखानी की बात सामने नहीं आयी है. दिलचस्प बात ये है कि एफआईआर में कहीं उस जगह का ही उल्लेख नहीं था जहां छेडखानी हुई. लेकिन पुलिस ने उस अज्ञात जगह का सीसीटीवी फुटेज भी देख लिया.


गर्दनीबाग पुलिस ने मीडिया को बताया कि मामला साढ़े तीन कट्ठा जमीन का है. इसलिए अविनाश कुमार मंटू को फंसाया जा रहा है. पुलिस ये नहीं बता पायी कि आरोप लगाने वाली शिक्षिका का जमीन से क्या वास्ता है. क्या एक प्राइवेट गर्ल्स स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका की ये हैसियत है कि वो गर्दनीबाग में साढ़े तीन कट्ठा जमीन खरीद पाये. इस बीच पीड़ित महिला शिक्षिका ने पटना कोर्ट में बयान दर्ज कराया. कोर्ट के समक्ष दिये गये बयान में उसने दबंग अविनाश कुमार मंटू के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाये.


पीड़ित महिला शिक्षिका ने महिला आयोग में भी गुहार लगायी. लेकिन बीजेपी के एक विधायक अगले ही दिन महिला आयोग में दबंग वार्ड पार्षद पति की पैरवी करने पहुंच गये. महिला शिक्षिका ने बीजेपी के विधायक के खिलाफ भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था. 


जानकारों की मानें तो बेहद दबंग छवि वाले अविनाश कुमार उर्फ मंटू का गर्दनीबाग थाने से बेहद मधुर संबंध रहे हैं. पीड़ित महिला शिक्षिका ने बताया कि अविनाश कुमार मंटू का रोज गर्दनीबाग थाने में आना जाना लगा रहता है. पीड़िताओं के मुताबिक मंटू गर्दनीबाग थाने के लिए बिचौलिया का भी काम करता है. लिहाजा पुलिस ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. 


अब प्रधानमंत्री कार्यालय से मांगा गया जवाब

इस मामले में पटना पुलिस के कारनामों से त्रस्त महिला शिक्षिका ने प्रधानमंत्री कार्यालय से कार्रवाई की गुहार लगायी थी. इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने बिहार के मुख्य सचिव को पत्र भेजा है. पत्र में पूछा गया है कि इस मामले में क्या कार्रवाई की गयी है. इसकी जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय को भी उपलब्ध कराने को कहा गया है.