PATNA: बिहार के तटवर्तीय इलाके में नदी के रास्ते शराब की तस्करी हो रही है। पटना और भोजपुर के बीच नदी में नाव से शराब लाई जा रही है और नदी के घाटों पर शराब उतारी जा रही है। नदी के रास्ते शराब लाने में तस्करों को सहूलियत हो रही है एवं पुलिस से पकड़े जाने का भी भय नहीं रहता है।
नदी के सुनसान घाटों पर देर रात नाव से शराब उतारी जाती है और छोटे वाहनों से तस्कर शराब को विभिन्न जगहों पर भेजते हैं। यह धंधा कई वर्षों से चल रहा है। इसमें पटना एवं बिहार के बड़े शराब तस्कर शामिल हैं। पटना से सटे मनेर में गंगा नदी से नाव पर लाई गई शराब को शेरपुर घाट के समीप अनलोड किया जा रहा था, तभी इसकी भनक पुलिस को लग गई।
आधी रात पुलिस ने शेरपुर घाट की घेराबंदी कर नाव से टाटा सफारी पर शराब लादते दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। नाव पर काफी मात्रा में शराब लदी हुई थी लेकिन पुलिस को देखते ही अन्य शराब तस्कर अंधेरे में नाव को लेकर नदी में भाग गए। वाहन में आठ कार्टून शराब लदी पकड़ी गई है।
गिरफ्तार शराब तस्करों की पहचान पटना के मीठापुर के रहने वाले विजय कुमार और मनीष कुमार के रूप में हुई है। फिलहाल पुलिस गिरफ्त में आए दोनों तस्करों से पूछताछ कर रही है और शराब तस्करी करने वाले गिरोह का पता लगाने की कोशिश में जुटी है।