PATNA : राजधानी पटना में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है। पटना के पीएमसीएच में आज सुबह से कोरोना के 4 मरीजों की मौत हो गई है। सोमवार को पटना में एक बार फिर सबसे ज्यादा 1197 नए मरीज मिले। कोरोना के बढ़ रहे मरीजों में पटना जिला राज्य में लगातार टॉप पर बना हुआ है। इसके साथ जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 6756 पहुंच गई है। इनमें सबसे अधिक 5579 पटना सदर प्रखंड में हैं। इसके बाद फुलवारीशरीफ प्रखंड में 420, दानापुर प्रखंड में 266, संपतचक प्रखंड में 85, बाढ़ प्रखंड में 66 सक्रिय मरीज हैं। पीएमसीएच के कोविड अस्पताल में 83 मरीज भर्ती हैं।
सोमवार की पीएमसीएच में तीन मरीजों की मौत हो गई। सुपौल के रहने वाले योगेंद्र नारायण चौधरी, पूर्णिया की शैली देवी और बाजार समिति की रहने वाली कल्पना सिंह की मौत हो गई। पीएमसीएच दो डॉक्टर और 12 कर्मचारी भी संक्रमित हुए हैं। पटना एम्स में 13 मरीज भर्ती हुए हैं। ये कंकड़बाग, फुलवारीशरीफ, बांकीपुर, किदवईपुरी, बुद्धा कॉलोनी के रहने वाले हैं । स्वस्थ होने पर 13 मरीजों को छुट्टी मिली। एम्स के सात डॉक्टर संक्रमित हुए हैं। इनमें तीन फैकल्टी और चार रेजिडेंट डॉक्टर हैं। दो डॉक्टरों को एम्स में भर्ती किया गया है। यहां भी कोरोना संक्रमित तीन मरीजों की मौत हो गई। मृतकों में कटिहार के अरुण कुमार, अररिया के अजय कुमार सिंह और पटना के बोरिंग कैनाल रोड की आशा कुमारी शामिल हैं। एम्स में अभी 106 मरीजों का इलाज चल रहा है। एनएमसीएच में सोमवार को 15 मरीज भर्ती हुए । वहीं सात मरीजों को ठीक होने पर छुट्टी दी गई। अब अस्पताल में 96 मरीजों का इलाज चल रहा है। यहाँ तीन कोरोना मरीजों की मौत हो गई है। सीतामढ़ी के उमेश लाल, पत्रकारनगर पटना के राधेश्याम और मधेपुरा के फैजल्लाह खान की मौत हो गई।
कोरोना का संक्रमण पुरुषों की तुलना में महिलाओं में कम है। ऐसी महिलाएं कम चपेट में हैं, जो घर में हैं। पुरुषों की तरह ही कामकाजी महिलाओं 75 में संक्रमण की रफ्तार तेज है। 25 से 49 वर्ष आयु की महिला और पुरुष में इस बार संक्रमण अधिक हो रहा है। जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक पटना जिले के लगभग छह हजार संक्रमित मरीजों के डाटा से पता चला है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं कम संक्रमित हो रही हैं। इसकी मुख्य वजह महिलाओं की गतिविधियां कम होना है। आयु पटना जिले में 3866 पुरुष तथा 1932 महिला संक्रमित हैं। पिछले साल भी पुरुषों की तुलना में महिलाएं कम बीमार है। बीते साल 50 साल से ज्यादा उम्र के 75 फीसदी मरीज थे लेकिन मौजूदा लहर में 25 से 49 उम्र वर्ग के मरीजों की तादाद ज्यादा है। आंकड़ों के मुताबिक 24 साल तक के कोरोना मरीजों की संख्या 29 फीसदी है। जबकि 25 से 49 साल के एज ग्रुप के 50 फीसदी कोरोना मरीज हैं। यह आंकड़े चिंता का कारण है।