पटना में बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम पर संकट के बादल: प्रशासन ने आयोजकों को नोटिस थमाया

पटना में बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम पर संकट के बादल: प्रशासन ने आयोजकों को नोटिस थमाया

PATNA: 13 मई से शुरू होने जा रहे बागेश्वर बालाजी धाम के पीठाधीश धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. पटना जिला प्रशासन ने धीरेंद्र शास्त्री के हनुमत कथा स्थल पर पर्याप्त बंदोबस्त नहीं होने की खामी बताते हुए कार्यक्रम के आय़ोजकों को नोटिस थमा दिया है. प्रशासन कह रहा है कि इस हनुमत कथा के आयोजन को कुछ शर्तों के साथ कराने की मंजूरी दी गयी थी. आयोजको ने वे शर्त पूरे नहीं किये हैं.


प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक नौबतपुर के तरेत-पाली मठ में होने वाले हनुमत कथा के लिए दानापुर के अनुमंडल पदाधिकारी ने अनुमति दी थी. लेकिन सुरक्षा के तमाम प्रबंध करने की शर्त के साथ कार्यक्रम आयोजित करने का लाइसेंस दिया है. अनुमंडल पदाधिकारी ने जो प्रबंध करने को कहे थे वह शुक्रवार तक पूरा नहीं हो सका. पटना डीएम के नियंत्रण कक्ष से नगर दंडाधिकारी और दानापुर के अनुमंडल पदाधिकारी ने कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा ऑडिट किया है जिसमें कई तरह की खामियां मिली हैं.


थाने ने भी स्टेशन डायरी दर्ज कर दिया

उधर, नौबतपुर थानाध्यक्ष ने भी बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम की तैयारी में कमियों का उल्लेख करते हुए थाने में स्टेशन डायरी में ये बातें दर्ज की है. नौबतपुर थाने ने आयोजन समिति को पत्र भी लिखा है. प्रशासन कह रहा है कि कार्यक्रम स्थल पर आयोजकों की ओर से भीड़ पर निगरानी के लिए वॉच टावर बनाने,  पंडाल में पर्याप्त अग्निशमन यंत्र लगाने, सीसीटीवी कैमरा के अलावा 5000 स्वयंसेवकों की तैनाती करने का लिखित पत्र प्रशासन को दिया गया था. लेकिन कार्यक्रम स्थल पर पार्किंग स्थल का निर्माण, बैरिकेडिंग सहित सुरक्षा के दूसरे प्रबंध शुक्रवार तक पूरा नहीं हुए हैं. ऐसे में प्रशासन की ओर से कार्यक्रम आयोजकों को नोटिस जारी किया गया है.


कल पटना आयेंगे धीरेंद्र शास्त्री

बता दें कि पटना के तरेत पाली मठ परिसर में अपने पांच दिवसीय कार्यक्रम के लिए आचार्य धीरेंद्र शास्त्री 12 मई को ही पटना आने वाले थे. लेकिन उनका कार्यक्रम एक दिन टल गया है. वे अब 13 मई को पटना पहुंचेंगे. उधर, आयोजकों का कहना है कि तैयारी आखिरी चरण में है. हनुमत कथा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तीन लाख वर्ग फीट में पंडाल लगाया गया है. वे वाटरप्रूफ है. पंडाल ऐसा है कि अंदर बैठे लोगों को भारी बारिश, गर्मी और आंधी-तूफान में भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.


आयोजकों ने आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तरेत पाली वैष्णव पीठ तक पहुंचने वाले वाहनों को आठ जगहों पर रोककर निर्धारित पार्किंग में खड़ी कराने की व्यवस्था की गई है. एम्स-नौबतपुर सोन नहर मार्ग से जाने वाले वाहनों को तरेत पाली मोड़ के पहले रोककर पूरब की ओर खेत में पार्किंग की व्यवस्था की गई है. सरमेरा-बिहटा रोड से आने वाली गाडियों को तरेत पाली से दक्षिण खेतों में पार्किंग की व्यवस्था की गई है. औरंगाबाद की ओर से आने वाली गाडियों को भी बिहटा-सरमेरा रोड से उत्तर पार्किंग स्थल में गाड़ी खड़ा करना होगा. मसौढ़ी और जानीपुर की ओर से आने वाली सारी गाडियां बिहटा-सरमेरा रोड के उत्तर दिशा में खड़ी होगी. नौबतपुर लक से तरेत पाली की ओर गाडियों का प्रवेश बंद रहेगा.