MADHEPURA: आगामी 22 जनवरी को राष्ट्र रत्न महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि के मौके पर पटना के मिलर हाई स्कूल मैदान में राष्ट्रीय स्वाभिमान दिवस का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। मधेपुरा के आलमनगर में समिति की तरफ से एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में महाराणा प्रताप आयोजन समिति के अध्यक्ष संजय सिंह मुख्य रूप से मौजूद रहे। इस मौके पर बिनीत सिंह उर्फ बंटी सिंह मुखिया, ललित सिंह मुखिया, वीरेंद्र सिंह मुखिया, रूपेश कुमार सिंह मुखिया, शैलेश सिंह मुखिया, सुमन सिंह जैसे गण्यमान्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता चन्द्रशेखर सिंह ने की। इस बैठक में अलग अलग क्षेत्रों से आए लोगों ने शिरकत किया। इस दौरान संजय सिंह ने सभी लोगों से इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की।
राष्ट्र रत्न महाराणा प्रताप स्मृति समारोह आयोजन के अध्यक्ष और जेडीयू के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश के पुरखों का सम्मान दिया है और उनके पदचिन्हों पर चले हैं। जिन्होंने देश और समाज के लिए आहुति दी है, उनके सम्मान के लिए सीएम नीतीश कुमार सदैव तत्पर रहे हैं। 22 जनवरी को होने वाले इस भव्य कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह होंगे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर राज्यसभा सांसद वशिष्ट नारायण सिंह, उपेंद्र कुशवाहा, मंत्री विजय कुमार चौधरी, मंत्री अशोक कुमार चौधरी, मंत्री संजय झा, मंत्री लेशी सिंह और मंत्री सुमित कुमार सिंह शामिल होंगे।
संजय सिंह ने कहा कि वीर योद्धा महाराणा प्रताप सिंह देश के सच्चे सपूत थे। वह सिर्फ अपनी जाति और समाज के लिए नहीं लड़े बल्कि उन्होंने अपने देश के लिए जान की आहुति दे दी। महाराणा प्रताप सिंह ने ही स्वाभिमान से जीने की राह दिखाई। उन्होंने ही अपने स्वाभिमान की रक्षा करने के लिए जान देने तक की बात सिखाई।
उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप सिंह की पुण्यतिथि स्वाभिमान दिवस के रूप में 22 जनवरी 2022 को मिलर हाई स्कूल में मनाया जाएगा। जिसमें मधेपुरा के हजारों लोग पटना पहुंचेंगे। बैठक के दौरान संजय सिंह ने कहा कि लोगों की मांग पर पटना के रेडियो स्टेशन गोलंबर पर महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाई जा रही है, वहां दिनरात काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने क्षत्रियों का मान रखा है तो समाज के लोगों को भी उनका मान-सम्मान करना है। उनके साथ अक्सर रहना है और उनके हाथों को मजबूत करना है।