India-Nepal Border: नेपाल से भारत आने की फिराक में 5 बांग्लादेशी, बिहार के जरिए शुरू करना चाहते हैं दूसरा खेल Bihar Crime News: घर से बुलाकर युवक की गोली मारकर हत्या, शराब पार्टी के बाद दोस्तों ने ही ले ली जान Bihar Politics: पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन करने पर भड़के गिरिराज सिंह, पटना पहुंचते ही खूब बरसे Bihar Politics: पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन करने पर भड़के गिरिराज सिंह, पटना पहुंचते ही खूब बरसे Bihar girl murdered in UP: UP के बुलंदशहर में नौकरी के बहाने बुलाकर गैंगरेप, विरोध करने पर बिहार की बेटी को रौंद डाला, तीन आरोपी गिरफ्तार Marriage Broke Down: जयमाला के स्टेज पर दूल्हे की छोटी सी हरकत पड़ गई भारी, दुल्हन ने शादी से किया इनकार; बिना ब्याह लौट गई बारात Marriage Broke Down: जयमाला के स्टेज पर दूल्हे की छोटी सी हरकत पड़ गई भारी, दुल्हन ने शादी से किया इनकार; बिना ब्याह लौट गई बारात Bihar police suicide: जहानाबाद पुलिस लाइन में सिपाही ने खुद को मारी गोली, आत्महत्या से हड़कंप Bihar Crime News: युवक की गला रेतकर बेरहमी से हत्या, गुस्साए लोगों ने सड़क जाम कर किया भारी हंगामा Bihar News: बुढ़ी गंडक नदी में नहाने गए तीन बच्चे डूबे, दो लड़कों की मौत; एक को लोगों ने बचाया
1st Bihar Published by: Updated Sat, 29 Aug 2020 07:12:03 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : पटना के एक बड़े इलाके में जमीन की कीमतें बढ़ने वाली हैं। राजधानी के आर ब्लॉक - दीघा सिक्स लेन हाईवे के किनारे जमीन की सर्किल रेट बढ़ेगी। अब तक के इस सड़क के किनारे आवासीय श्रेणी में जमीन पर रखा गया था लेकिन जल्द ही इसे बदलकर व्यवसायिक श्रेणी में लाने की तैयारी है। जिला प्रशासन इसकी तैयारी में जुट गया है।
जिला प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक आर ब्लॉक - दीघा रेलवे लाइन होने के दौरान इस इलाके में व्यवसायिक गतिविधियां नहीं थी लेकिन सिक्स लेन सड़क के निर्माण के बाद व्यवसायिक गतिविधियां तेज होंगी। इसी को ध्यान में रखते हुए अब सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी है। फिलहाल यहां की सर्किल रेट तकरीबन 25 लाख रुपए प्रति कट्ठा है और व्यवसायिक श्रेणी में आने के बाद यह 95 लाख रुपए प्रति कट्ठा हो जाएगी।
आर ब्लॉक - दीघा सिक्स लेन सड़क के किनारे सर्किल रेट बढ़ाए जाने के साथ-साथ रूपसपुर नहर से दीघा रोड, पाटलिपुत्र स्टेशन जाने वाली सड़क, गोला रोड सहित आधा दर्जन सड़कों के सर्किल रेट में भी बदलाव करने की तैयारी है। इन सभी इलाकों में विकास के बाद आवासीय श्रेणी की जमीने व्यावसायिक श्रेणी में करने की तैयारी है। सर्किल रेट में बदलाव होने के बाद राज्य सरकार को राजस्व का मुनाफा होता है। सर्किल दर की 10% राशि की रजिस्ट्री शुल्क के तौर पर नगर निगम क्षेत्र में चली जाती है। आपको बता दें कि जमीन की सर्किल रेट में बदलाव के लिए मूल्यांकन समिति का गठन होता है और डीएम की अध्यक्षता में गठित होने वाली इस कमेटी में कई अधिकारी शामिल होते हैं।