PATNA : समाज में शिक्षक के को सबसे ऊंचा दर्जा दिया जाता है लेकिन यही शिक्षक के अगर हैवान बन जाए तो उसे क्या कहेंगे? पटना के एक बड़े प्राइवेट स्कूल डॉ डीवाई पाटिल के शिक्षकों की ऐसी हैवानियत की खबर सामने आई है जिसे जानकर आपका रूह कांप जाए। पटना के न्यूज़ जगनपुरा स्थिति डॉ डीवाई पाटिल स्कूल के 2 टीचरों ने आठवीं क्लास के एक छात्र को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसके शरीर पर 50 से ज्यादा जगहों के ऊपर चोट के गंभीर निशान नजर आ रहे हैं। आठवीं क्लास में पढ़ने वाले स्वास्तिक राज का कसूर केवल इतना था कि उसने लंच पीरियड के बाद अपने एक साथी की ड्रेस में हाथ साफ कर लिया था हालांकि जब शिक्षकों ने उसे पीटना शुरू किया तो उसने माफी मांगी। पैर पकड़ कर गिड़गिड़ाता रहा लेकिन डीवाई पाटिल स्कूल के 2 टीचर उसे बेरहमी से पीटते रहे।
स्वास्तिक राज को डंडे से बेरहमी से पीटने वाले दो टीचर राकेश और विवेक हैं। इन दोनों ने जिस हैवानियत को अंजाम दिया है उसे देखने के बाद शायद ही कोई अभिभावक अपने बच्चे को इस स्कूल में पढ़ाना चाहेगा। मोटी फीस लेकर अच्छी पढ़ाई का वादा करने वाले इस स्कूल में ऐसे हैवान टीचर बैठे हैं इसका अंदाजा शायद ही किसी अभिभावक को पहले होगा। लेकिन अब हकीकत सामने आ चुकी है। स्वास्थ्य के सिर से लेकर पैर तक पर डंडे बरसाए गए हैं चेहरे से लेकर पीछे कमर और शरीर के अन्य हिस्सों में चोट के 50 से ज्यादा निशान हैं। पिटाई इतनी जबरदस्त हुई है कि वह ना ठीक से चल पा रहा और ना ही बैठ पा रहा। अपने बेटे की पिटाई से आहत स्वस्तिक के पिता ने दोनों शिक्षकों के ऊपर केस दर्ज कर दिया है।
कदमकुआं में रहने वाले बिजनेसमैन अमित कुमार का बेटा राज पिटाई के बाद शाम चार बजे जब घर पहुंचा तो उसने इसकी जानकारी पिता और परिजनों को दी। इसके बाद वे थाने पहुंचे और केस दर्ज कराया। इस हैवानियत के बावजूद स्कूल के प्राचार्य डॉ. संजय कुमार सिन्हा सारे मामले पर पर्दा डालने में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि राज ने टिफिन खाने के बाद एक छात्र के कमीज में हाथ पोछ दिया था। एक छात्र को कुछ गलत बात कह दी थी। संस्कृत के शिक्षक को मारने के लिए हाथ उठा दिया था। वह मेरे पास आया था। सॉरी कहा था पर मुझे उसकी पिटाई की जानकारी नहीं है। उसके चाचा का फोन आया था। थाना से भी फोन आया था। शुक्रवार को दोनों टीचरों और बच्चे से पूछताछ की जाएगी। डॉ डी वाई पाटिल स्कूल और उसका मैनेजमेंट बड़ा रसूख़ रखता है। ऐसे में क्या दो टीचर्स के ऊपर एक्शन हो पाएगा? क्या स्कूल अपनी गलती मानेगा कि यह एक बड़ा सवाल है।