PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पटना में समाज सुधार अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। रविवार को राजधानी पटना के बापू सभागार में सुबह 11.30 बजे से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जीविका दीदियों ने शिरकत किया। पटना के साथ-साथ नालंदा जिले की लगभग ढाई हजार जीविका दीदियां कार्यक्रम में मौजूद रहीं। मुख्यमंत्री का समाज सुधार अभियान कई जिलों में चलते हुए आज पटना पहुंचा। इसके तहत सीएम नीतीश कुमार शराब समेत अन्य सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अभियान छेड़े हुए हैं।
बापू सभागार में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जीविका दीदियों के आग्रह पर अभियान चलाकर शराबबंदी को गांवों में तो लागू कर दिया, लेकिन उन्हें शहरों को लेकर संदेह था। उन्होंने कहा कि शहर के लोग इसे मानेंगे या नहीं, इसको लेकर थोड़ा संदेह था। लेकिन, लोगों ने जिस तरह शराबबंदी के प्रति समर्थन जताया कि उसके बाद शहर और गांव हर जगह शराब को पूरी तरह बंद करने का फैसला किया गया।
उन्होंने कहा कि एक जगह एक महिला ने अपनी बात रखते हुए कहा था कि उसके पति शराब पीते हैं। घर में खाने का ठीक नहीं रहता था। शराब पीकर आते थे और झगड़ा करते थे लेकिन जब से शराबबंदी कानून लागू हुआ वही पति शाम को हाथ में सब्जी लेकर लौटता है और घर के काम में मदद करता है। सीएम ने कहा कि उस महिला की बात को हम जीवन में नहीं भूल सकते हैं।
सीएम ने कहा कि जो इंसान गड़बड़ी करनेवाला होता है उसका स्वभाव कभी नहीं बदलता है,सब कभी ठीक नहीं हो सकता है। सिर्फ 10 प्रतिशत लोग ही हैं जो गड़बड़ी करते हैं। 2018 में सर्वे कराया गया जिसमें पता चला कि बिहार में एक करोड़ चौसठ लाख लोगों ने शराबबंदी के बाद शराब पीना छोड़ दिया है। इस दौरान सीएम नीतीश ने हाल के दिनों में राज्य में जहरीली शराब पीने से हुई लोगों की मौत का भी जिक्र किया। बताते चलें कि पटना के बाद अगले महीने के पहले हफ्ते में मधेपुरा और पूर्णिया में समाज सुधार अभियान के तहत मुख्यमंत्री की सभाएं होंगी।