Bihar election 2025 : तेज प्रताप यादव के नामांकन जुलूस में प्राइवेट गाड़ी पर पुलिस स्टीकर, दो गिरफ्तार; चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज Success story: पहले अटेंप्ट में UPSC पास, IPS बनी और फिल्मों में छाई; जानिए सिमाला प्रसाद की कहानी Gaya shooting : गया में दिनदहाड़े गोलीकांड, बाइक सवार अपराधियों ने ताबड़तोड़ बरसाई गोलियां; एक की मौत Bihar Assembly Election 2025 : NDA से अधिक महागठबंधन दिखा रही युवाओं पर भरोसा, इन सीटों पर 70 पार वाले मैदान में; देखिए पूरी लिस्ट Diwali Firecrackers : दीपावली की रात कबाड़ी की दुकान में भीषण आग, पटाखों की चिंगारी से लाखों का नुकसान Bihar Assembly Election 2025 : चिराग पासवान का बड़ा खुलासा,कहा - इस वजह से 2020 में CM नीतीश के खिलाफ दिया था कैंडिडेट,BJP को लेकर भी कही यह बात Bihar Elections 2025: राहुल -तेजस्वी में नहीं बन रही बात ! स्टार प्रचारक की लिस्ट के बाद ही कांग्रेस के बड़े नेता का बिहार दौरा तय नहीं; आखिर क्या बन रही वजह ? Bihar Election 2025 : महागठबंधन में असमंजस के बीच वीआईपी ने जारी की 11 प्रत्याशियों की पूरी सूची, देखिए लिस्ट में किनको मिली जगह Bihar News: बिहार में जाम हटवाने गई पुलिस टीम पर हमला, एक जवान घायल Bihar Election 2025: जननायक की धरती से आखिर क्यों कर रहे PM मोदी बिहार रैली की शुरुआत, तेजस्वी और राहुल को लेकर बना यह ख़ास प्लान; विपक्ष कैसे निकालेगा तोड़
1st Bihar Published by: Updated Sun, 21 Jun 2020 05:51:50 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : पटना में अवैध तरीके से प्राइवेट एक्सचेंज चलाने वाले गिरोह का कनेक्शन आतंकी और अंडरवर्ल्ड की दुनिया से हो सकता है। पटना पुलिस इन बिंदुओं की जांच तेजी से कर रही है। शनिवार को फर्जी एक्सचेंज चलाने के आरोप में गिरफ्तार लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। पटना पुलिस ने राजधानी में 2 दिन पहले फर्जी टेलिफोन एक्सचेंज का खुलासा किया था। इस मामले में पुलिस ने बंगाल के रहने वाले राजीव बनिक और बोकारो के अदनान सामी को गिरफ्तार किया था। इन दोनों से हुई पूछताछ में पुलिस को कई अहम इनपुट मिले हैं जिसके बाद जांच की बिंदुओं को आगे बढ़ाया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि आतंकी संगठन और अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोग बातचीत के लिए इसी तरह के एक्सचेंज का इस्तेमाल करते हैं। मुंबई से जुड़े छोटा राजन और रवि पुजारी जैसे गिरोह में अब तक फिरौती मांगने के लिए इसी तरह के अवैध एक्सचेंज का सहारा लिया है। साथ ही साथ किसी भी आतंकी गतिविधियों को लेकर मैसेज शेयर करने के लिए भी इस तरह के एक्सचेंज का इस्तेमाल किया जाता है। पुलिस को अब तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक पटना में अवैध एक्सचेंज का शातिर दिल्ली और गाजियाबाद में बैठा हुआ है। पुलिस ने जिन दो लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है उनका कहना है कि वह केवल यहां नौकरी कर रहे थे जबकि सारे सिस्टम की मॉनिटरिंग गाजियाबाद से की जाती है। इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड रितेश नाम का शख्स बताया जा रहा है।
राजीव बनिक और अदनान सामी के साथ-साथ गाजियाबाद के रितेश, दिल्ली के विकास और देहरादून के अनुराग के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। इन सभी के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के अलावे इंडियन टेलीग्राफ एक्ट की धारा के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। अदनान और राजीव ट्रेनिंग लेकर पटना आए थे और उनको सॉफ्टवेयर पर काम करने के साथ-साथ डाटा कॉल को वॉइस कॉल में बदलने की पूरी ट्रेनिंग दी गई थी। इन्हें यह भी गया था कि अगर कभी पुलिस पहुंच जाए तो सबसे पहले सिस्टम को बंद कर देना है। इनको इस बात की भी ट्रेनिंग दी गई थी कि अगर पुलिस पहुंच जाए तो इंटरनेट का तार खींचकर हटा देना है।