PATNA: बिहार में पिछले 8 साल से पूर्ण शराबबंदी है लेकिन ना तो पीने वाले सुधरने का नाम ले रहे है और ना ही शराब बेचने वाले ही अपनी हरकतों से बाज आ रहा है। शराबियों और शराब तस्करों पर उत्पाद विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है इसके बावजूद लोग शराब पीते हैं। रंगों का त्योहार होली को कुछ लोग बिना शराब पिये सेलिब्रेट नहीं करते। किसी भी तरह शराब का प्रबंध कर ही लेते हैं। ताजा मामला पटना जंक्शन का है जहां जीआरपी थाने के पास शराब पार्टी चल रही थी।
पांच रेल कर्मियों के साथ-साथ कुछ अन्य लोग शराब पार्टी कर रहे थे। तभी इसकी सूचना किसी ने उत्पाद विभाग को दे दी। जिसके बाद उत्पाद विभाग की टीम ने पटना जंक्शन के पास पावर हाउस के एक कमरे में छापेमारी की। जहां पहले से कुछ लोग होली का जश्न मना रहे थे। एक दूसरे को गुलाल लगा लोग जाम छलका रहे थे तभी उत्पाद विभाग की टीम वहां पहुंच गयी।
फिर क्या था रंग में भंग डालते हुए उत्पाद विभाग की टीम ने 5 रेल कर्मियों सहित कुछ अन्य लोगों को मौके से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार नशेबाजों में 5 इंजीनियर, दो हेल्पर और एक मिस्त्री शामिल है। वही कई अन्य लोगों को भी दबोचा गया। ब्रेथ एनालाइजर से सबकी जांच की गयी जिसमें शराब पीने की पुष्टि हुई।
शराब पार्टी करते जिन रेल कर्मियों को गिरफ्तार किया गया उनमें प्रवीण कुमार टोप्पो, चंदन कुमार, अविनाश, संजय कुमार सिंह, राकेश कुमार, रितेश कुमार, वीरेंद्र कुमार शामिल है। गिरफ्तार सभी रेल कर्मी पटना जंक्शन पर तैनात हैं। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि इन सभी को पता है कि बिहार में शराब पीना और बेचना मना है इसके बावजूद जीआरपी थाने के बगल में ये लोग शराब पार्टी कर रहे थे लेकिन इसकी भनक जीआरपी को भी नहीं हुई।