PATNA : पटना जिला परिषद के अध्यक्ष पद से पिछले दिनों हाथ धोने वाली अंजू देवी को बड़ा झटका लगा है. परामर्शी अध्यक्ष के पद से बर्खास्तगी के बाद अंजू देवी अब सरकार के ऊपर गंभीर आरोप लगा रही हैं. तो वहीं दूसरी तरफ पटना जिला परिषद की नई अध्यक्ष ज्योति सोनी बन गई है. इसके पहले ज्योति सोनी उपाध्यक्ष थी. उनके नए अध्यक्ष बनने के बाद अब उपाध्यक्ष का पद खाली हो गया है.
अध्यक्ष की कुर्सी संभालने वाली ज्योति सोनी ने कहा है कि वह जिला परिषद से जुड़ी योजनाओं में विकास की जो रफ्तार रुकी हुई थी. उसे तेज करने का प्रयास करेंगी. ज्योति सोनी ने आरोप लगाया है कि पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष अंजू देवी के कारण विकास पूरी तरह से ठप हो गया था. ज्योति सोनी का कहना है कि संविधान के मुताबिक उन्होंने अध्यक्ष नहीं रहने की स्थिति में उपाध्यक्ष की कुर्सी संभाली है. जिला परिषद के सदस्यों की उपस्थिति में मैंने कामकाज संभाल लिया है. पटना के डीडीसी सह जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ऋषि पांडे इस मौके पर मौजूद नहीं रहे.
उधर पंचायती राज विभाग की तरफ से एक्शन लिए जाने के बाद अध्यक्ष की पुष्टि होने वाली अंजू देवी ने कहा है कि सरकार ने गलत परंपरा की शुरुआत की है. अंजू देवी ने पूछा है कि क्या सचिव के आरोप पत्र पर मुख्यमंत्री की बर्खास्तगी हो सकती है. अगर ऐसा हो सकता है तो मुझे अपनी बर्खास्तगी का कोई दुख नहीं है.
अंजू देवी ने जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी पर करोड़ों रुपए की राशि का बंदरबांट करने का आरोप लगाया है. अंजू देवी का कहना है कि उन्होंने पंचायती राज विभाग की तरफ से जो नोटिस जारी किया गया था. उसका जवाब भी बिंदुवार तरीके से दिया था. लेकिन जांच कराने की बजाय सीधे उन पर कार्रवाई कर दी गई.