पटना हाईकोर्ट के जज को उड़ीसा उच्च न्यायालय का चीफ जस्टिस बनाने की सिफारिश, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने भेजा प्रस्ताव

पटना हाईकोर्ट के जज को उड़ीसा उच्च न्यायालय का चीफ जस्टिस बनाने की सिफारिश, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने भेजा प्रस्ताव

DELHI: सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पटना हाई कोर्ट के जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह को चीफ जस्टिस बनाने की सिफारिश की है. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को भेजे गये प्रस्ताव में जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह को उड़ीसा हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाने की सिफारिश की है. 


सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर डाले गये आधिकारिक प्रस्ताव में कहा गया है कि जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह ने पटना हाईकोर्ट के जज के रूप में अपने 11 वर्षों से अधिक के कार्यकाल के दौरान 1246 मामलों में फैसला सुनाया है. इनमें से 562 फैसले पिछले 5 वर्षों के दौरान सुनाये गये हैं. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने इस तथ्य पर भी विचार किया है कि वर्तमान में पटना उच्च न्यायालय के कोई भी जस्टिस देश के किसी हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश नहीं हैं. 


ऐसे में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह की चीफ जस्टिस पद पर नियुक्ति के लिए फिट और उपयुक्त पाया. उसके बाद केंद्र सरकार से इसकी सिफारिश की गयी है. बता दें कि उड़ीसा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सुभाशीष  तालापात्रा करीब एक महीने पहले इस साल 3 अक्टूबर को रिटायर हो गये थे. तब से उड़ीसा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पद खाली है.


पटना हाईकोर्ट के जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह ने एलएलबी की डिग्री प्राप्त करने के बाद 1990 में एक वकील के रूप में काम करना शुरू किया था. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से एलएलबी की डिग्री हासिल की थी.  उन्हें सितंबर 2010 में वरीय अधिवक्ता के तौर पर नामित किया गया था. दिसंबर 2010 में उन्हें बिहार का अपर महाधिवक्ता नियुक्त किया गया था. उन्हें 5 अप्रैल, 2012 से पटना उच्च न्यायालय के जज के रूप में नियुक्त किया गया था. इस साल फरवरी में जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह को पटना उच्च न्यायालय का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश भी नियुक्त किया गया था.