PATNA : पूर्व मध्य रेल द्वारा पाटलिपुत्र से पहलेजाघाट के बीच जे.पी. सेतु के विद्युतीकरण सहित दोहरीकरण का कार्य तीव्रगति से जारी है । लगभग 11.50 किलोमीटर लंबे पाटलिपुत्र- पहलेजाघाट दोहरीकरण परियोजना की स्वीकृति 159 करोड़ रूपए की अनुमानित लागत से वर्ष 2016-17 में प्रदान की गई थी । इस दोहरीरकण परियोजना को चालू वित्त वर्ष में 31 मार्च, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है । वर्तमान में इस परियोजना का 55 प्रतिशत से अधिक निर्माण कार्य पूरा हो चुका है । इस रेल पुल में 45 गर्डर होंगे जिसमें से 26 गर्डर लॉचिंग का कार्य पूरा हो चुका है तथा शेष 21 गर्डर लॉचिंग के लिए कार्य जारी हैं ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च 2016 को उत्तर तथा दक्षिण बिहार को जोड़ने के लिए राजधानी पटना के निकट एकमात्र रेल लिंक रेल-सह-सड़क पुल, पटना के रेल भाग को राष्ट्र को समर्पित किया गया था । पुल के चालू होने के बाद इस रेलमार्ग की महत्ता को देखते हुए इसका दोहरीकरण प्रारंभ किया गया ।
यह पुल उत्तरी छोर पर, छपरा-हाजीपुर लाइन को परमानंदपुर एवं सोनपुर स्टेशन से होते हुए एवं दक्षिणी छोर पर, दिल्ली-हावड़ा लाइन को फुलवारीशरीफ एवं दानापुर स्टेशन होते हुए जोड़ती है । इस व्यवस्था से, इंजन रिवर्सल से बचा जा सकेगा । पुल के उत्तरी छोर पर पहलेजाधाट स्टेशन एवं दक्षिणी छोर पर पाटलिपुत्र स्टेशन बनाया गया है । पुल के दोहरीकरण पूरा हो जाने के बाद पटना के आस-पास उत्तरी बिहार के शहरों जैसे सोनपुर, हाजीपुर, छपरा, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी एवं बेतिया इत्यादि के लिए यात्री एवं माल यातायात और अधिक सुगम हो जायेगा ।