Bihar News: 'मंत्री का प्रचार किया तो छह इंच छोटा कर देंगे', बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नक्सली पर्चा और धमकी मिलने से दहशत Bihar News: महापर्व छठ को यूनेस्को टैग दिलाने में जुटी भारत सरकार, कई देशों ने दिया साथ का आश्वासन Bihar Teacher News: त्योहारी सीजन में तनख्वाह से क्यों वंचित हैं शिक्षक? जानिए... वजह Bihar Weather: बिहार में अगले 3 दिन भारी बारिश, IMD का अलर्ट जारी मुजफ्फरपुर: पशु व्यवसायी से लूट का आरोपी 24 घंटे में गिरफ्तार, कैश भी बरामद सरैया बाजार से अयोध्या के लिए 17वां जत्था रवाना, अजय सिंह का हुआ जोरदार स्वागत Bihar News: ‘परिवार बचाओ, संपत्ति बचाओ यात्रा पर निकले हैं तेजस्वी’ रोहित कुमार सिंह का बड़ा हमला Bihar News: ‘परिवार बचाओ, संपत्ति बचाओ यात्रा पर निकले हैं तेजस्वी’ रोहित कुमार सिंह का बड़ा हमला बड़हरा में माई-बहन सम्मान योजना को मिला जबरदस्त समर्थन, 50 हज़ार से अधिक फॉर्म जमा Traffic Challan: माफ होंगे 12.93 लाख गाड़ियों के चालान, वाहन मालिकों को मिली बड़ी राहत
1st Bihar Published by: Updated Thu, 26 Aug 2021 05:04:31 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: लोक जनशक्ति पार्टी में छिडे घमासान के बीच पशुपति कुमार पारस ने बड़ा ऐलान किया है। पारस ने ऐलान कर दिया है कि चाहे सूरज पूरब के बजाय पश्चिम से उग आये लेकिन वे अपने भतीजे चिराग पासवान से कभी समझौता नहीं करेंगे। पारस ने कहा कि चिराग पासवान ने तो अपने पिता को भी नहीं छोड़ा था। चिराग ने जबरदस्ती रामविलास पासवान को पार्टी के अध्यक्ष पद से हटा दिया था।
मुझे उत्तराधिकारी मानते थे रामविलास पासवान
केंद्र में मंत्री बन चुके पशुपति पारस ने एक टीवी चैनल से बातचीत में दावा किया उनके बडे भाई स्व. रामविलास पासवान उन्हें अपना उत्तराधिकारी मानते थे. तभी जब हाजीपुर संसदीय सीट को उन्होंने छोड़ा तो बेटे के बजाय पारस को वहां चुनाव लड़ने के लिए भेजा था. पशुपति पारस ने कहा कि रामविलास पासवान हमेशा ये कहते थे कि पारस ही उनका असली वारिस है. लेकिन चिराग पासवान ने उन्हें जबरन पार्टी के अध्यक्ष पद से हटा दिया था. पारस ने कहा कि चिराग पासवान ने तो अपने पिता की इज्जत नहीं की.
चिराग से सुलह कभी नहीं
पशुपति पारस ने कहा कि जब चिराग पासवान ने अपने पिता की इज्जत नहीं की तो मेरी इज्जत करने का सवाल कहां उठता है. चिराग ये मानते ही नहीं हैं कि मेरे शरीर में भी वही खून है जो उनके शरीर में है. चिराग हमेशा मुझे अपने खून से अलग मानते थे. चिराग पासवान ने मजबूर कर दिया कि मैं पार्टी की कमान अपने हाथों में लूं. पशुपति पारस ने कहा कि सूरज इधर से उधर हो सकता है मगर अब चिराग के साथ सुलह नहीं हो सकती. अब पूरी पार्टी मेरे साथ है.