PATNA: लोक जनशक्ति पार्टी में छिडे घमासान के बीच पशुपति कुमार पारस ने बड़ा ऐलान किया है। पारस ने ऐलान कर दिया है कि चाहे सूरज पूरब के बजाय पश्चिम से उग आये लेकिन वे अपने भतीजे चिराग पासवान से कभी समझौता नहीं करेंगे। पारस ने कहा कि चिराग पासवान ने तो अपने पिता को भी नहीं छोड़ा था। चिराग ने जबरदस्ती रामविलास पासवान को पार्टी के अध्यक्ष पद से हटा दिया था।
मुझे उत्तराधिकारी मानते थे रामविलास पासवान
केंद्र में मंत्री बन चुके पशुपति पारस ने एक टीवी चैनल से बातचीत में दावा किया उनके बडे भाई स्व. रामविलास पासवान उन्हें अपना उत्तराधिकारी मानते थे. तभी जब हाजीपुर संसदीय सीट को उन्होंने छोड़ा तो बेटे के बजाय पारस को वहां चुनाव लड़ने के लिए भेजा था. पशुपति पारस ने कहा कि रामविलास पासवान हमेशा ये कहते थे कि पारस ही उनका असली वारिस है. लेकिन चिराग पासवान ने उन्हें जबरन पार्टी के अध्यक्ष पद से हटा दिया था. पारस ने कहा कि चिराग पासवान ने तो अपने पिता की इज्जत नहीं की.
चिराग से सुलह कभी नहीं
पशुपति पारस ने कहा कि जब चिराग पासवान ने अपने पिता की इज्जत नहीं की तो मेरी इज्जत करने का सवाल कहां उठता है. चिराग ये मानते ही नहीं हैं कि मेरे शरीर में भी वही खून है जो उनके शरीर में है. चिराग हमेशा मुझे अपने खून से अलग मानते थे. चिराग पासवान ने मजबूर कर दिया कि मैं पार्टी की कमान अपने हाथों में लूं. पशुपति पारस ने कहा कि सूरज इधर से उधर हो सकता है मगर अब चिराग के साथ सुलह नहीं हो सकती. अब पूरी पार्टी मेरे साथ है.