पप्पू यादव पर मंत्री मदन सहनी ने बोला हमला, पीड़ितों के घर जाने वाले कैसे पहुंच गये हमलावरों के घर?

पप्पू यादव पर मंत्री मदन सहनी ने बोला हमला, पीड़ितों के घर जाने वाले कैसे पहुंच गये हमलावरों के घर?

DARBHANGA: बिहार के मंत्री मदन सहनी ने जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव पर हमला बोला है। कहा है कि हमेशा पीड़ितों के घर जाने वाले पप्पू यादव अचानक हमलावरों के घर कैसे पहुंच गए? मदन सहनी ने कहा कि अब पप्पू यादव खुद इस मामले की जांच करवाये और इंसाफ करे।


बता दें कि बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी के बेटे अभिषेक कुमार ने 6 जुलाई को बहेड़ा थाना में आवेदन दिया था। 7 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए मदन सहनी ने कहा कि ग्राम पंचायत राज बाथो रढियाम में + 2 उच्च विद्यालय के भवन का निर्माण मेरे बेटे द्वारा किया जा रहा है। विद्यालय के भवन निर्माण करने के एवज में पंचायत के मुखिया व उनके समर्थकों के द्वारा 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गयी और बेटे के साथ मारपीट किया गया। जिसके बाद पुलिस ने कारवाई करते हुए मुखिया पति बृज किशोर यादव को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। 


वही जब इस बात की जानकारी जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को लगी तो कल देर शाम पप्पू यादव आरोपी के घर जाकर उनके पक्ष में खड़े होते हुए मदन सहनी पर जमकर हमला बोला। साथ ही मंत्री के पुत्र के द्वारा स्कूल निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग करने का आरोप लगाया और सरकार का धौंस दिखाकर मुखिया परिवार को डराने और जेल भेजने का आरोप लगाया था। जिसके बाद यहां की राजनीति काफी तेज हो गयी है। 


वही जाप सुप्रीमो पप्पू यादव के इस बयान के बाद पप्पू यादव पर मंत्री मदन सहनी ने भड़कते हुए कहा कि अगर मेरे पुत्र की कम्पनी के द्वारा घटिया सामग्री से स्कूल भवन का निर्माण कराया जा रहा था। तो इसका जांच होना चाहिए था। कार्रवाई होनी चाहिए थी। न कि मेरे पुत्र पर जानलेवा हमला करना चाहिए था। वही मंत्री मदन सहनी ने कहा कि अभी तक हम जिस पप्पू यादव को जानते कि वो पीड़ितों पक्ष के घर जाया करते है। 


वही मदन सहनी ने कहा कि आज पहली बार देख रहे है कि वह हमलावर के घर गए और उनका पक्ष भी ले रहे है। हम तो उनसे ही मांग करते है इंसाफ करवाइये। अगर गलत काम हुआ है तो जांच करवाइये। नही अगर उनके पक्ष से गलत हुआ उनपर कार्यवाई करवाइये। अगर वे लोग दोषी है तो हमलावर की गिरफ्तारी मांग हम उन्ही से करते है। वो सरकार से उसकी गिरफ्तारी की मांग करे।