PATNA : बिहार में तेजी से बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या और अस्पतालों में बेड की कमी को देखते हुए जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने सभी विधायकों के सरकारी आवास को कोविड अस्पताल बनाने की मांग की है. इतना ही नहीं, उन्होंने निजी स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाले हेल्थ वर्करों को के लिए सरकार 50 लाख बीमा देने की भी मांग सरकार के सामने रखी है.
पप्पू यादव ने कहा कि जी स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाले हेल्थ वर्करों को के लिए सरकार 50 लाख बीमा दे। कोरोना वायरस से लड़ने वाले हेल्थ वर्करों को इंश्योरेंश कवर से उन्हें आर्थिक व सामाजिक सुरक्षा प्रदान होगी। जिसके परिणामस्वरूप इस महामारी में वे अपनी पूरी क्षमता के साथ काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों, वार्ड ब्वॉयज, नर्सों, आशा कर्मियों, सहायकों, चिकित्सकों तथा विशेषज्ञों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को इस बीमा सुविधा का लाभ मिलना चाहिए। इससे फ्रंटलाइन वर्कर्स में काम के प्रति समर्पण का भाव होगा।
पप्पू यादव ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार कोरोना से निपटने में पूरी तरह विफल हैं। जो सरकार अपने नागरिकों को ऑक्सीजन न दे पाए उसे सरकार में रहने का नैतिक अधिकार नहीं हैं। दुनिया के सभी देशों ने कहा कि भारत सरकार ने कोरोना को रोकने के लिए प्रभावकारी ढंग से काम नही किया। आज बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या लगाताव बढ़ती जा रही हैं। बढ़ती संख्या के मद्देनजर विधायक आवास को आइसोलेशन सेंटर में तब्दील कर देना चाहिए। आज कोरोना मरीज ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ रहे हैं। भारत के नेताओं पर कोरोना फैलाने के इल्जाम में मुकदमा चलनी चाहिए।
पप्पू यादव ने कहा कि प्रतिष्ठित निजी अस्पतालों में भी कोरोना मरीजों को देखने डॉक्टर नहीं आते हैं। नर्स और वार्डबॉय के बदौलत अस्पताल चल रहा हैं। इलाज के नाम पर ये लोग मरीजों को लूट रहे हैं। इस अस्पतालों को सरकार का संरक्षण प्राप्त हैं। सरकारी संरक्षण में प्रशासन के सहयोग से ये लोग कोरोना मरीजों से इलाज के नाम पर लाखों रुपये प्रतिदिन वसूल रहे हैं।