PATNA: जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने जातीय जनगणना को लेकर सरकार और विपक्ष पर जमकर हमला बोला है। पप्पू यादव ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सर्वदलीय बैठक में सभी पार्टियों को नहीं बुलाया गया बल्कि सिर्फ उन्हीं लोगों को बुलाया गया जो किसी खास जाति के समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना पर सरकार के साथ हैं लेकिन बिहार में बेरोजगारी, पलायन और शैक्षणिक गणना भी होनी चाहिए।
पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना बहुत ही जरूरी है। यहां सिर्फ जाति और उपजाति के गणना की बात की जा रही है लेकिन सरकार इस जनगणना में आर्थिक, शैक्षणिक, बेरोजगारी और राजनीतिक भागीदारी को भी शामिल करे। पप्पू यादव ने कहा कि जाति आधारित जनगणना कोई नई चीज नहीं है। कई राज्यों में दो-दो तीन-तीन बार जाति आधारित गणना हो चुकी है। लेकिन देश और बिहार में 286 में से मात्र 20 जातियों को ही इसका लाभ मिल सका।
पप्पू यादव ने सरकार से सवाल करते हुए पूछा है कि क्या वैसे लोगों की जनगणना होगी जो बिहार से पलायन कर चुके हैं। क्या जातीय जनगणना में गरीबी और बेरोजगारी की बात होगी। सरकार इस बात की गारंटी दे सकती है कि जातीय जनगणना के बाद बिहार में वर्चस्व वादी जातियों का बोलबाला खत्म होगा। पप्पू यादव ने मांग की है कि सरकार विधानसभा में स्वेतपत्र लाए कि किन-किन जातियों को नौकरी और विधायिका आदि में अवसर नहीं मिला। इस दौरान पप्पू यादव ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले तेजस्वी यादव से पूछा जाना चाहिए कि बिहार में कितनी जातियां और कितनी उप जातियां हैं।