PATNA : नागरिकता संशोधन कानून, NRC और NPR को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. विपक्षी पार्टियां लगातार केंद्र सरकार को अपने निशाने पर ले रही हैं. बिहार और झारखंड में भी इस कानून के खिलाफ सड़क पर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. जाप संरक्षक पप्पू यादव और उनकी पत्नी रंजीता रंजन लगातार नागरिकता संशोधन कानून को काला कानून बता रहे हैं.
सभा को संबोधित करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि राम को समझने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जनता विरोधी कानून लाने से पहले इस्लाम से लेकर गुरु नानक तो को समझने की जरूरत है. एनआरसी एक काला कानून है. उन्होंने कहा कि रामायण को लिखने वाले वाल्मीकि भी एक दलित ही थे. पप्पू यादव ने कहा कि इस देश में 26 करोड़ से ज्यादा मुस्लमान हैं. वे सभी हिंदुस्तान से मोहब्बत करते हैं.
पूर्व सांसद रंजीता रंजन ने कहा कि दलितों और गरीबों को सताया जा रहा है. उन्होंने पूछा कि असम से निकले 19 लाख कहां जायेंगे. पाकिस्तान, बांग्लादेश सभी कंट्री अपने देश में पनाह देने से मना कर रहे हैं. उन्होंने ने भी मंच से लोहों को संबोधित करते हुए NRC और CAA को काला कानून बताया.
पप्पू यादव ने कहा कि हमारी पहचान के लिए आधार कार्ड बनाया गया था. यदि आधार कार्ड हमारी पहचान नहीं है, नरेंद्र मोदी भी भारत के प्रधानमंत्री नहीं हैं. पप्पू यादव ने कहा कि बीजेपी के ज्यादातर नेताओं की रिश्तेदारी मुसलमानों के साथ है. क्योंकि ज्यादातर लोगों की शादी मुसलमानों के घर हुई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी की नहीं अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है. जिसकी जितनी जनसंख्या, उसकी उतनी भागीदारी की लड़ाई लड़ रही है.
पप्पू यादव ने आगे कहा कि यह कानून लागू होने के कारण एक दिन मुल्क टूट जाएगा. पहले दलितों को और अब मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है. भारत की तहजीब यही कहती है कि हम किसी के जाति और धर्म के नाम पर नहीं रोक सकते हैं. पप्पू यादव ने कहा कि नरेंद्र मोदी बिहार में आये थे तब भी झूठ बोले थे, झारखंड में आये तब भी झूठ ही बोले. इस देश में मुसलमान काफिर नहीं है. सभी हिंदुस्तान से मोहब्बत करते हैं.