पद्मविभूषण लोक गायिका शारदा सिन्हा के पति का निधन, घर में गिरने से सिर में आई थी चोट

पद्मविभूषण लोक गायिका शारदा सिन्हा के पति का निधन, घर में गिरने से सिर में आई थी चोट

PATNA : बिहार कोकिला पद्मश्री, पद्मविभूषण से सम्मानित प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा के पति डॉ. ब्रिज भूषण सिन्हा का निधन हो गया। उनकी उम्र में 80 साल की थी। दो दिन पहले घर में ही गिर जाने की वजह से उनके सिर में चोट आई थी। इस चोट से ब्रेन हेमरेज कर गया था। उसके बाद उन्हें पटना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां वो वेंटिलेटर पर थे। इसके बाद अब आज खबर यह आई कि उनका निधन हो गया। 


वहीं, मीडिया से बात करते हुए उनके बेटे ने बताया कि दो दिन पहले घर में ही गिर जाने की वजह से उनके सिर में चोट आई थी। चोट से ब्रेन हेमरेज हो गई। उसके बाद उन्हें श्री साईं हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया, जहां वो वेटिंलेटर पर थे। वो शिक्षा विभाग में रिजनल डिप्टी डायरेक्टर पद से रिटायर हुए थे। शारदा सिन्हा ने एक मीडिया इंटरव्यू में बताया था कि किस्मत से मेरी तरह मेरे पति बृजकिशोर सिन्हा को भी गीत संगीत से काफी लगाओ था। 


शादी के बाद उन्होंने मेरी सास को मनाकर मेरी गायिकी को जिंदा रखने में मदद की थी। मेरी शादी 1970 में बेगूसराय जिला में हुई थी। शादी के बाद ससुराल का माहौल अलग था. मेरी सासू मां का साफ कहना था कि घर में भजन करने तक ठीक है, लेकिन उससे आगे गाना-बजाना नहीं चलेगा। जिसके बाद पति बृजकिशोर सिन्हा बहुत मदद किए। 


बता दें कि शारदा सिन्हा 2020 में 8 मई को जब अपने विवाह की 50 वीं वर्षगांठ मना रही थीं. उस वक्त उन्होंने अपना गीत याद किया था- कहे तोहसे सजना ये तोहरी सजनियां… पग-पग लिए जाऊं तोहरी बलइयां…! आप सभी को याद होगा शारदा सिन्हा ने ये गीत सुपर हिट हिंदी फिल्म मैंने प्यार किया के लिए गाया था। उनका यह गाना काफी पॉपुलर हुआ था। अपने विवाह की 50 वीं वर्षगांठ पर सोशल मीडिया पर शारदा सिन्हा ने पति के लिए लिखा था कि एक स्तंभ बनकर अडिग खड़े रहे आप, हर कदम मिला साथ। आज आपके साथ बैठ कर हर उस पल को याद करूंगी जिसमें दाम्पत्य जीवन के धैर्य, सहिष्णुता, प्रीत, स्नेह, दृढ़ता और युगल भावनाओं की मिसाल मौजूद रही है।