नवादा में डूबने से 15 दिनों में 15 लोगों की गई जान, आज भी तीन लोगों की डूबने से हुई मौत

नवादा में डूबने से 15 दिनों में 15 लोगों की गई जान, आज भी तीन लोगों की डूबने से हुई मौत

NAWADA : बिहार के नवादा में पिछले 15 दिनों के अंदर डूबकर अबतक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां आज भी डूबने से तीन लोगों की मौत हो गई है। जसिके बाद इलाके में कोहराम के हालत बने हुए है। आस - पड़ोस के लोग इसके पीछे की वजह अवैध खनन से तैयार हुए गड्डे बताए जा रहे है। घटना को लेकर लोगों को प्रसाशन के प्रति भी नाराजगी महसूस हो रही है। 


मिली जानकारी के अनुसार, नवादा में डूबकर मरने का सिलसिला जारी है। यह घटना रोजाना किसी न किसी क्षेत्र से निकल कर सामने आ रही है। डूबकर मरने की दर्दनाक खबर से लोगों में ऊहापोह की स्थिति बनी है। ऐसे में अब नवादा में बार फिर 3 लोगों की डूबकर मरने की खबर है। यहां  अब तक डूबकर मरने वालों का आंकड़ा 15 दिनों में 15 हो गया है। 


बताया जा रहा है कि,  जिले में पानी में डूबने से तीन और लोगों की मौत हो गई। जिसमें पहली घटना पकरीबरावां के लीलो बीघा गांव के पोखर में डूबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। मृत व्यक्ति की पहचान गौतम कुमार के रूप में किया गया है। बताया जाता है कि स्नान करने के दौरान डूबने से इसकी मौत हो गई।  जिसके बाद परिजनों और गांव में मातम छा गया। 


दूसरी घटना जिले के पकरीबरवां थाना क्षेत्र के हीं केसौरी गांव की है, जहां गांव के दिनेश साव के 9 वर्षीय पुत्र रघुवीर कुमार पहली बार तालाब में स्नान करने के लिए घर से बिना बोले हुए चला गया था और इस दौरान बालक तालाब में नहाने के क्रम में ही वह डूब गया। सभी लोगों ने काफी खोजबीन किया, लेकिन बालक नहीं मिला। तभी स्थानीय लोगों की शक के आधार पर स्थानीय गोताखोर के द्वारा तालाब में बच्चा की खोजबीन की गई तो अचानक बच्चा तालाब में ही मृत पाया गया. गोताखोर ने जैसे ही बच्चे को तालाब से बाहर निकाला तो पूरे गांव में कोहराम मच गया। 


वहीं, तीसरी घटना कौआकोल थाना क्षेत्र के तरौन गांव के चैती पोखर में घटी, जहां डूबने से एक युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान 36 वर्षीय मिथलेश मिस्त्री रूप में की गई है।  बताया जाता है कि मिथलेश मिस्त्री देर शाम पोखर में स्नान करने गया था। अचानक पैर फिसलकर वह गहरे पानी में चला गया। जहां डूबने से उसकी मौत हो गई। घटना के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई एवं स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है. स्थानीय लोगों द्वारा शव को पोखर से बाहर निकाला जा चुका है। 


आपको बताते चलें कि, पिछले दिनों मेसकौर प्रखंड के सुखामरन गांव में नहाने गए दो बच्चियों की मौत आहार में डूबने से हो गई है। मृतकों में सुखामरन गांव के टोला लक्ष्मी बिगहा निवासी दिलीप कुमार की 15 वर्षीय बेटी मौसम कुमारी एवं प्रवेश कुमार की 8 वर्षीय पुत्री पायल कुमारी शामिल है। उसके बाद हिसुआ के ढाढर नदी में डूबने से दो युवकों की मौत हुई थी जिसमें 30 वर्षीय शंकर कुमार एवं 32 वर्षीय बमबम कुमार की मौत हुई थी। वहीं वारिसलीगंज थानाक्षेत्र के कोचगांव गांव के पोखर में डूबने से एक 38 वर्षीय युवक राजनत सिंह की मौत हुई थी। 


उसके बाद वरिसलीगंज थाना अंतर्गत गंभीरपुर गांव में 4 मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई थी। मृत बच्चों में विनोद पासवान के 10 वर्षीय पुत्र आयुष कुमार, अजय पासवान के 10 वर्षीय पुत्र समीर कुमार ,जितेंद्र महतो के 9 वर्षीय पुत्र सरवन कुमार और रितिक कुमार बताए गए थे। एक रोह थाना क्षेत्र से डूब कर मरने की खबर है। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा सार्वजनिक तौर पर मना किया जा रहा है कि तालाब ,पोखर या नदी में नहाने या अन्य क्रिया कलाप के लिए नहीं जाएं।  स्थानीय प्रशासन के माध्यम से लगातार हिदायद दी जा रही है। वहीं डूबने से मौत की घटना से नवादावासी काफी सक्ते में हैं।