PATNA : पटना के एनएमसीएच में शुक्रवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब मेडिकल वार्ड में भर्ती दीघा का कोरोना संक्रमित युवक डॉक्टर और सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया. संक्रमित मरीज के अस्पताल से भागने की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया. इसकी जानकारी अस्पताल के कोरोना सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ अजय कुमार सिन्हा ने अधीक्षक डॉ निर्मल कुमार सिन्हा को दी.
आनन-फानन में मामले की जानकारी स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को दी गई. जिसके बाद स्वास्थ्य महकमा फरार हुए युवक से विभिन्न इलाकों में संक्रमण फैलने की आशंका को लेकर परेशान हो गया. कोरोना पॉजिटिव युवके के फरार होने की जानकारी होते ही विभागीय टीम गठित कर उसकी तलाश शुरू कर दी गई. करीब 2 घंटे के बाद उसे दानापुर के पास से पकड़ लिया गया. जिसे पुलिस की निगरानी में एंबुलेंस के जरिए रात में वापस लाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया.
वहीं अस्पताल में छपरा के युवक के भागने की खबर मिली थी जो कि अस्पताल में ही दूसरे मरीज के कमरे में मिला था. इस बारे में सिविल सर्जन राजकिशोर चौधरी ने बताया कि अस्पताल से एक संक्रमित मरीज के भागने की जानकारी होते ही उसकी तलाश में टीम गठित कर संभावित स्थानों पर जांच की गई. थोड़ी ही देर बाद उसका पता चल गया और उसे वापस पकड़ कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बताया जाता है कि वार्ड के गेट से लेकर अस्पताल के मेन गेट तक कई स्थानों पर निजी एजेंसी की ओर से अस्पताल में उपलब्ध कराई गई सुरक्षा व्यवस्था के तहत हर वक्त करीब सौ जवानों की ड्यूटी अस्पताल में रहती है. ऐसे में संक्रमित मरीज के फरार होने पर अस्पताल की सुरक्षा पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं सिविल सर्जन का कहना है कि दीघा का रहने वाला कोरोना संक्रमित युवक दो दिन पहले ही पटना के पीएमसीएच से एनएमसीएच में रेफर किया गया था. वहीं युवक के परिजन भी सैंपल लेकर जांच करने में सहयोग नहीं कर रहे हैं. इसके लिए मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्त कर परिजनों का सैंपल लिया जाएगा.