PATNA : बिहार के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव द्वारा NMCH के सुपरिटेंडेंट को सस्पेंड करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। तेजस्वी के इस फैसले के बाद सरकार और IMA आमने सामने आ गए हैं। शनिवार को आईएमए की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है कि IMA सरकार के इस फैसले का विरोध करेगी। इस पूरे मामले पर IMA के सदस्यों ने कहा है कि सरकार अपनी खामियां छुपाने के लिए डाक्टरों पर कार्रवाई कर रही है।
इस पूरे मामले को लेकर IMA ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर मेडिकल सुपरिटेंडेंट विनोद सिंह के निलंबन को वापस लेने की मांग की है। IMA ने NMCH अधीक्षक के खिलाफ हुई निलंबन की कार्रवाई को पूरी तरह से गलत बताया है और सीएम नीतीश कुमार से अविलंब इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। IMA ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर सरकार अधीक्षक का निलंबन वापस नहीं लेती है तो राज्यभर के डॉक्टर इसके खिलाफ हड़ताल पर चले जाएंगे। बैठक के बाद आईएमए के सदस्यों ने कहा कि सरकार नहीं चाहती है कि बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था ठीक हो। सरकार की गलत नीतियों के कारण बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल हो गई है।
बता दें कि बीते गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव अचानक मरीजों का हाल जानने के लिए अगमकुंआ स्थित एनएमसीएच पहुंच गए थे और अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान तेजस्वी यादव ने एनएमसीएच में भारी कुव्यवस्था का दावा किया था। शुक्रवार को स्वास्थ मंत्री तेजस्वी यादव ने बड़ा एक्शन लिया और कार्य में लापरवाही बरतने और विभागीय आदेश की अवहेलना करने के आरोप में नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर विनोद कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया था। अब इस मामले को लेकर IMA ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।