नियुक्ति पत्र विवाद पर बोले आलोक मेहता, अपने घर फ़ोरन नहीं, दूसरे की सब्जी खराब बता रही BJP

नियुक्ति पत्र विवाद पर बोले आलोक मेहता, अपने घर फ़ोरन नहीं, दूसरे की सब्जी खराब बता रही BJP

PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव यादव द्वारा बीते दिन पंचायती राज विभाग के पर्खंड राज पदाधिकारियों व विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के नवचयनित सहायक प्राध्यापक (असैनिक) के नियुक्ति पत्र वितरण किये गये।  जिसके बाद इसको लेकर बिहार विधान परिषद् के नेता विरोधी दल सम्राट चौधरी ने कहा कि यह नियुक्ति जब बिहार में जदयू और भाजपा कि सरकार थी तभी कि है। उन्होंने बड़ा आरोप लगते हुए कहा था कि बिहार में महागठबंधन कि सरकार लोगों को मुर्ख बना रही है। जिसके बाद अब इस मामले को लेकर बिहार सरकार के मंत्री आलोक मेहता का बयान सामने आया है। 


बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि नियुक्ति पत्र है जो हैं वह सभी चीजों को पूरा करने के बाद बंटा जाता है। आज सरकार के तीन महीने हो गए हैं। यदि उनको लगता है कि हमने भाजपा का नियुक्ति पत्र बांटा है तो उनको पहले ही बांट कर जाना चाहिए था। लेकिन, हकीकत यह है कि उनकी सरकार में नियुक्ति में देर हो रही थी। इसी कारण हमने आंदोलन भी किया था। अब जब हमारी सरकार आई है तो हम तत्परता के साथ इसको पूरा कर रहे हैं। इसके बाबजूद उनके पेट में दर्द हो रहा है। अभी हमारे विभाग द्वारा नियुक्ति निकाली गई है। अब इसके बाद हमारी सरकार चली जाए तो नियुक्ति पत्र कोई दूसरी सरकार ही देगा। उनको तो इस बात के लिए संतोष करना चाहिए कि बिहार के युवा को रोजगार मिल रहा है। 


इसके आगे उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में पिछले 8 सालों से देश में भाजपा कि सरकार है अबतक कम से कम 16 करोड़ लोगों को रोजगार मिलना चाहिए था, लेकिन इसके बाद वो लोग 10 लाख और 20 लाख की बात कर रहे हैं। इससे कुछ भी नहीं होने वाला है।  यह तो वहीं बात हो गई की अपना फ़ौरन जुट नहीं रहा दूसरे का सब्जी खराब बता रहे हैं। इसलिए पहले भाजपा को अपना माकन देखना चाहिए।