PATNA: बिहार भाजपा में अपनी पकड़ बनाये रखने के लिए तरह-तरह के जातिगत प्रयोग कर रहे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने आज अपनी पार्टी की भद्द पिटवा दी. नित्यानंद राय के समर्थकों ने भाजपा के बैनर तले पटना में पान तांती बुनकर समाज की रैली बुलायी थी. दावा किया गया था कि इसमें 20 हजार लोग पहुंचेंगे. लेकिन कार्यक्रम में 500 लोग भी नहीं पहुंचे. हाल ये रहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी कार्यक्रम से गायब हो गये.
बीजेपी ने आज पटना के बापू सभागार में झलकारी बाई जयंती समारोह के मौके पर पान-तांती समाज के लोगों की रैली बुलायी थी. केंद्रीय नित्यानंद राय के करीबी माने जाने वाले भाजपा नेता और पान तांती बुनकर महासभा के अध्यक्ष प्रवीण दास तांती इस कार्यक्रम के मुख्य आय़ोजक थे. प्रवीण दास तांती ने दावा किया था कि भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के बैनर तले आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के जरिये दिखाया जायेगा कि तांती समाज के लोगों की भी ताकत है और वे बीजेपी के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा था कि झलकारी बाई बड़ी स्वतंत्रता सेनानी थी और रानी लक्ष्मी बाई की सेनापति थी. पान तांती समाज से आऩे वाली झलकारी बाई ने ही दुर्गा दल का गठन किया था लेकिन इतिहासकार ने उनका कहीं जिक्र नहीं किया क्योंकि वे दलित महिला थीं.
सुपर फ्लॉप हुआ कार्यक्रम
20 हजार लोगों को जुटाने के दावे के साथ आयोजित हुए पान तांती बुनकर सम्मेलन में 500 लोग भी नहीं पहुंच पाये. पटना के बापू सभागार में होने वाले इस कार्यक्रम में भारी भीड़ जुटने का दावा करने वाले भाजपा नेताओं ने प्रशासन से मिलकर ट्रैफिक रूट तक डायवर्ट करवाया गया था. लेकिन कार्यक्रम में 500 लोग भी नहीं पहुंच पाये. बापू सभागार की ज्यादातर कुर्सियां खाली थीं औऱ वे भाजपा नेताओं को मुंह चिढ़ा रही थी.
सम्राट चौधरी ने कन्नी काटी
बीजेपी के इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय के अलावा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, हरि सहनी, मंगल पांडेय, नंद किशोर यादव को शामिल होना था. सम्राट चौधरी को खबर मिल चुकी थी कि बापू सभागार का क्या हाल है. लिहाजा सम्राट चौधरी कार्यक्रम में पहुंचे ही नहीं. भाजपा के इस सम्मेलन को दिन के साढ़े 10 बजे शुरू होना था. 12 बजे भाजपा के बड़े नेताओं को वहां पहुंचना था. लेकिन डेढ़ बजे तक जब हॉल की लगभग सारी कुर्सी खाली पड़ी रही तो मीडियाकर्मी वहां से निकलने लगे. इसी दौरान नित्यानंद राय, सुशील मोदी, विजय सिन्हा, मंगल पांडेय, हरि सहनी औऱ नंदकिशोर यादव कार्यक्रम में पहुंचे. खाली पड़े हॉल को देखकर तमाम नेता झेंप गये. लेकिन जब कार्यक्रम में आ गये थे तो वापस कैसे लौटते. जैसे तैसे भाषण का कोरम पूरा कर बीजेपी के नेता वहां से निकल गये.