PATNA : बिहार में चुनावी प्रक्रिया के बीच राजभवन और सरकार के बीच टकराव देखने को मिल रहा है. विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष पद पर शिशिर सिन्हा के शपथ ग्रहण के मामले को लेकर राजभवन और सरकार के बीच टकराव सामने आया है.
राज्य सरकार ने रिटायर आईएएस अधिकारी शिशिर सिन्हा को आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया है. राज्य सरकार की नियुक्ति के बाद विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष को राजभवन में शपथ दिलाई जाती है, लेकिन शिशिर सिन्हा शपथ ग्रहण के बगैर ही पदभार संभालने जा पहुंचे थे.
शपथ ग्रहण के बगैर सिन्हा के कामकाज संभालने की खबर सामने आने के बाद सरकार की तरफ से आनन-फानन में शपथ ग्रहण का कार्यक्रम तय करने के लिए राजभवन को जानकारी दी गई लेकिन राजभवन ने शपथ ग्रहण की फाइल लौटा दी है. 23 सितंबर को ऊर्जा विभाग में बिहार विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष के तौर पर सिन्हा की नियुक्ति का नोटिफिकेशन जारी किया था 28 अक्टूबर को से शिवसेना शपथ ग्रहण के बगैर ही आयोग के अध्यक्ष का प्रभार संभालने पहुंच गए.
शपथ ग्रहण के बगैर कामकाज संभालने को लेकर संस्थान से सवाल किया गया था तो उन्होंने कहा था कि उन्होंने सरकार के नोटिफिकेशन के आधार पर फॉर्मल जॉइनिंग दी है. कोई कामकाज नहीं किया है और शपथ ग्रहण के बाद ही वह औपचारिक तौर पर योगदान देंगे. लेकिन इस मामले को लेकर अब राजभवन का रुख सख्त रहा है और शपथ ग्रहण की फाइल फिलहाल राज्य सरकार को वापस कर दी गई है.